एक्शन में DIG शिवदीप लांडे : कॉलगर्ल प्रकरण में की बड़ी कार्रवाई, SDPO समेत 6 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
सहरसा : इस वक़्त की बड़ी खबर सामने आ रही है सहरसा से जहां कॉलगर्ल प्रकरण में DIG शिवदीप लांडे ने बड़ा एक्शन लिया है। 6 पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। इस मामले में मधेपुरा मुख्यालय DSP और सदर SDPO पर कार्रवाई हुई है। जानकारी मिल रही है कि कोसी रेंज के डीआईजी शिवदीप लांडे ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मधेपुरा मुख्यालय DSP अमरकांत चौबे,मधेपुरा सदर एसडीपीओ अजयनारायन यादव के सस्पेंशन को लेकर गृह विभाग को अनुशंसा कर दी है साथ ही सहरसा सदर थाना के एसआई ब्रजेश चौहान,महिला सिपाही नीलू कुमारी,टेक्निकल सेल्स में पद स्थापित अमर और अमरेंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। DIG शिवदीप लांडे ने इस पुलिस कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है साथ ही इनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही के लिए भी निर्देश दे दिया है। वहीं कॉलगर्ल महिला रेखा कुमारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
डीआईजी शिवदीप लांडे ने जानकारी देते हुए बताया गया बीते दिनों मधेपुरा एसपी अवकाश में गए थे मुख्यालय डीएसपी अमरकांत चौबे एसपी के प्रभार में थे उन्हें एसपी का सरकारी मोबाइल भी सौंपा गया था जो चोरी हो गया और सहरसा की एक कॉलगर्ल महिला के पास से मोबाइल बरामद किया गया था। मामले की जानकारी मिलते ही पूरे महकमे में हड़कंप मच गया था।
वहीँ मामला संज्ञान में आने के उपरांत ही सुपौल एसपी के नेतृत्व में मामले की जाँच के लिए चार सदस्य टीम का गठन किया गया और इसकी जाँच कराई गई। चोरी गई मोबाइल के लोकेशन के आधार पर पुलिस ने एक महिला को अरेस्ट कर लिया। महिला से सहरसा सदर थाना में पूछताछ के दौरान ही उसने बताया कि वो DSP के पास कॉलगर्ल पहुँचाती थी। जब महिला के मोबाइल का CDR चेक किया गया। जिसमें कहीं से भी मधेपुरा मुख्यालय डीएसपी अमरकांत चौबे की बातचीत की कोई प्रूफ नही मिला है। जाँच के क्रम में ही सहरसा मुख्यालय डीएसपी एजाज हाफिज मणि के द्वारा मुख्यालय डीएसपी अमरकांत चौबे के साथ साथ 5 पुलिस पदाधिकारियों की तसवीर दिखाया गया लेकिन कॉलगर्ल महिला उन्हें नही पहचान सकी। जाँच के क्रम में पाया गया कि ये सोची समझी साजिश है।
शिवदीप लांडे ने बताया कि एसपी की मोबाइल चोरी होने के बाद प्राथमिक दर्ज नही किया गया जो बड़ी लापरवाही को दर्शाता है। साथ मधेपुरा SDPO के द्वारा जो वीडियो वायरल कर के खाकी वर्दी को बदनाम करने की कोशिश की गई है। इस मामले में मधेपुरा और सहरसा के पाँच पुलिस कर्मियों तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय कार्यवाही के लिए निर्देश दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन पत्रकारों ने बगैर सत्यापन किये इस समाचार को भ्रामक रूप से चलाया है, उनके विरुद्ध जिले के एसपी के द्वारा जाँच कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई का आदेश दे दिया गया है।