JHARKHAND NEWS : लोहरदगा में किसानों के चेहरों पर पीली सरसों ने लाई लालिमा, कम मेहनत में उगा रहे ज्यादा पैदावार
लोहरदगा : लोहरदगा जिले में किसान अब सरसों की खेती को बढ़ावा दे रहे हैं, क्योंकि इसमें कम मेहनत और ज्यादा मुनाफा है। सरकार की तरफ से भी इस फसल को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिले में मौसम आधारित खेती के कारण किसानों को अक्सर नुकसान का सामना करना पड़ता है, खासकर जब बारिश नहीं होती है और फसलें सूख जाती हैं। ऐसे में किसान आर्थिक और मानसिक परेशानी का शिकार हो जाते हैं, यही कारण है कि उन्हें नई फसलें लगाने की सलाह दी जाती है।लोहरदगा में अब सरसों की खेती किसानों के जीवन में खुशियों की बहार ला रही है, विशेष तौर पर पहाड़ी इलाकों में इस फसल को बड़ी सफलता मिल रही है। कम पानी में भी इसकी अच्छी पैदावार होती है, जिससे किसानों को बेहतर मुनाफा हो रहा है।सरसों की खेती की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें कम मेहनत और कम पानी की जरूरत होती है, फिर भी इससे अच्छा मुनाफा प्राप्त होता है। जिले में हर साल औसतन 1000-1200 मिलीमीटर बारिश होती है और यहां कृषि योग्य भूमि का क्षेत्रफल 55,070 हेक्टेयर है, जिसमें से 7,752 हेक्टेयर क्षेत्र सिंचित है।