विश्व टीबी दिवस 2025 : चाईबासा DC ने कहा- "टी.बी हारेगा-देश जीतेगा" को चरितार्थ करने हेतु जिले में बेहतर समन्वय आवश्यक
चाईबासा : जिला मुख्यालय स्थित पिल्लई सभागार में विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर जिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिला दण्डाधिकारी-सह-उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस मौके पर जिले के सिविल सर्जन डॉ.सुशांतो माझी,अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.भारती मिंज,जिला यक्ष्मा पदाधिकारी,आरसीएचओ सहित अन्य चिकित्सा पदाधिकारी,चिकित्सा कर्मी,जनप्रतिनिधि व अन्य उपस्थित रहे.
कार्यक्रम में सर्वप्रथम उपस्थित अतिथियों को पौधा एवं अंग वस्त्र भेंट कर उनका स्वागत व अभिनंदन किया गया. इस दौरान टी.बी मुक्त पंचायत अभियान के तहत चार अर्हता प्राप्त पंचायत के मुखिया, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, एसटीएस, सहिया साथी एवं सी.एच.ओ को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर, इसके अलावा सभी प्रखंड से चयनित स्वास्थ्य कर्मचारी, सहिया तथा सी.एच.ओ को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया. इस दौरान टी.बी मुक्त अभियान के तहत बेहतर कार्य करने वाले निजी अस्पताल के चिकित्सक डॉ.विजय मुद्रा एवं टाटा स्टील फाउंडेशन के डॉक्टर कुशल कुमार साहू, साथ ही निक्ष्य मित्र बनकर टीवी ग्रस्त बीमार व्यक्ति को गोद लेने वाले संस्था रोटरी क्लब, इनर व्हील, चाईबासा चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला समिति को भी सम्मानित किया गया.
इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि "टी.बी हारेगा-देश जीतेगा" को चरितार्थ करने हेतु जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों का बेहतर समन्वय आवश्यक है. उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में टी.बी मुक्त पंचायत अभियान के तहत अर्हता प्राप्त जिले के चार पंचायत के मुखिया एवं स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित करना काफी सुखद है, साथ ही उपस्थित सभी जनों से मेरा आह्वान है कि आप सभी टी.बी जैसे बीमारियों के उन्मूलन में अपना शत-प्रतिशत योगदान दें.
उपायुक्त ने कहा कि हर साल 24 मार्च को मनाया जाने वाला विश्व टी.बी दिवस, दुनिया की सबसे घातक संक्रामक बीमारी को खत्म करने की तत्काल आवश्यकता पर जोर देता है. उन्होंने कहा कि जिले में टी.बी के निदान के लिए सभी 15 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एनएएटी टेक्नोलॉजी आधारित बलगम जांच की व्यवस्था, साथ ही डिजिटल एक्सरे की सुविधा उपलब्ध करवाया गया है.
चाईबासा से राजीव सिंह की रिपोर्ट---