Bihar : स्कूलों की छुट्टी कटौती पर मचा बवाल तो सामने आया शिक्षा विभाग, कैलेंडर विवाद पर दी सफाई

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When there was an uproar over the reduction of school holidays, the Education Department came forward When there was an uproar over the reduction of school holidays, the Education Department came forward

PATNA : बिहार के सरकारी स्कूलों में छुट्टियों का कैलेंडर 2024 के जारी होने के बाद सियासी घमासान जारी है। वहीं, दूसरी तरफ बिहार में गहराते इस विवाद के बाद अब शिक्षा विभाग सामने आया है और इस पूरे मामले पर सफाई दी है।


शिक्षा विभाग की सफाई

सरकारी स्कूलों में छुट्टियों का कैलेंडर 2024 को लेकर विवाद बढ़ने के बाद अब शिक्षा विभाग ने कहा है कि अवकाश तालिका बनाने के पीछे मूल सिद्धांत (Underlying Principle) यह है कि सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा वर्ष 2024 के लिए तय सरकारी अवकाशों को देखकर ही विद्यालयों में भी सभी अवकाश तय किए गए है।

इसके साथ ही ये भी जानकारी मिली है कि सोशल मीडिया/अखबारों में त्योहारों को लेकर तरह-तरह की भ्रामक बातें फैलाई जा रही है। वस्तुस्थिति यह है कि सामान्य विद्यालयों और उर्दू विद्यालयों के कैलेण्डर अलग-अलग बनाए गए हैं और दो अलग-अलग अधिसूचनाएं (क्रमशः अधिसूचना संख्या-2693 एवं अधिसूचना संख्या-2694) निकाली गई हैं। संभवतः इसी कारण सोशल मीडिया/ मीडिया द्वारा जल्दबाजी में सरकारी अधिसूचनाएं पढ़कर उस पर मंतव्य बना लेने के कारण त्योहारों को लेकर यह भ्रम फैला है। इसके अतिरिक्त निम्नलिखित बातें भी स्पष्ट की जाती है:

1.पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी कुल छुट्टियों (60 दिन) में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

2.यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि महापुरुषों की जयंतियों में विद्यालयों में छुट्टी नहीं दी गई है। यह स्पष्ट किया जाता है कि पिछले वर्षों में भी महापुरुषों की जयंतियों के दौरान विद्यालय खुलते रहे हैं और जयंतियों धूमधाम से मनाई गई हैं। उदाहरणार्थ गांधी जयंती परंपरागत रूप से पिछले कई वर्षों में भी विद्यालयों में मनाई जाती रही है।

3.जहां तक अन्य जयंतियों जैसे सम्राट अशोक जयंती, महावीर जयंती, वीर कुंवर सिंह जयंती इत्यादि का प्रश्न है, तो सभी जयंतियों इस वर्ष ग्रीष्म अवकाश के दौरान पड़ रही है, अतः उन्हें अलग से नहीं इंगित किया गया है। यह स्पष्ट किया जाता है कि इन जयंतियों में विद्यालय बंद रहेंगे।

4.ग्रीष्म अवकाश के समय में जो बदलाव किया गया है, वह आगामी लोकसभा चुनाव, 2024 को देखते हुए किया गया है।

गौरतलब है कि बिहार के सरकारी स्कूलों में छुट्टियों का कैलेंडर 2024 के जारी होने के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है। बीजेपी समेत तमाम विरोधी दलों द्वारा लगातार प्रदेश सरकार को घेरा जा रहा है, जिसके बाद अब नीतीश सरकार भी बैकफुट पर आ गयी है। इस पूरे मामले पर अब बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने बड़ा बयान दिया है।

बैकफुट पर सरकार!

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि सीएम इस मामले पर जल्द पुनर्विचार करेंगे। अशोक चौधरी ने कहा कि आज 2024 के कैलेंडर को उन्होंने देखा है। त्योहारों को लेकर छुट्टियों पर अपर मुख्य सचिव केके पाठक या विभागीय मंत्री ने ध्यान से नहीं देखा होगा। अब इस मामले में मुख्यमंत्री हस्तक्षेप करेंगे।

'CM जल्द करेंगे पुनर्विचार'

इसके साथ ही भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि जैसे ही ये मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आएगा, वे इस पर फिर से पुनर्विचार करेंगे क्योंकि प्रदेश की बड़ी आबादी की भावना को आहत नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही ये भी देखा जाएगा कि किसी को कोई नुकसान न हो। इससे पहले भी सुधार हो चुका है, जरूरत पड़ी तो इस मर्तबा भी सुधार किया जा सकता है।

ये है पूरा मामला

गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने साल 2024 का शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया है, जिसके मुताबिक पहली से लेकर 12वीं कक्षा तक के लिए पहली बार एक ही छुट्टियों वाला कैलेंडर जारी किया गया है। जारी कैलेंडर के मुताबिक साल 2024 में महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी, रक्षाबंधन, तीज और जिउतिया जैसे त्योहारों पर कोई छुट्टी नहीं होगी। 2023 के कैलेंडर में तीज के लिए दो दिन और जिउतिया के लिए एक दिन की छुट्टी दी गई थी। ताजा कैलेंडर में ये छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

वहीं, इसके ठीक विपरीत ईद के लिए अब 3 दिन छुट्टी होगी। ईद के लिए 18, 19 और 20 जून को स्कूल बंद रहेंगे, जिसे लेक अब बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है और बिहार को इस्लामिक स्टेट घोषित करने की बात कह तंज कसा है।

(पटना से अंकिता सिंह की रिपोर्ट)