UPSC Result 2023 : गिरिडीह की नाजिया ने UPSC में 670वां रैंक लाकर परिवार सहित जिले का नाम किया रोशन

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गिरिडीह : संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा 2023 का परिणाम घोषित हो चुका है. इस परीक्षा में शामिल कई अभ्यर्थी सफल हुए हैं. इन्हीं सफल अभ्यर्थियों में से एक गिरिडीह के भण्डारीडीह की होनहार बेटी नाजिया परवीन ने यूपीएससी में 670वां रैंक लाकर अपने परिवार समेत जिले का मान बढ़ाया है.

बता दें कि गिरिडीह जिले के भण्डारीडीह निवासी मोहम्मद सरफुद्दीन और अख्तरी नाज़ की बेटी नाजिया परवीन ने यूपीएससी में सफल हुई हैं. नाजिया परवीन को 670वां रैंक मिला है. उनकी इस सफलता पर परिजन खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं. नाजिया की सफलता के लिए उनके माता पिता को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. तीन तीन असफलताओं के बाद भी जब हौसला नहीं टूटे और अपने माता-पिता के सपनों को साकार करने का जज़्बा दिल में हो तो कामयाबी आखिर कदम चूमती ही है. इसकी मिसाल मध्यम वर्ग के परिवार से ताल्लुक रखने वाली नाजिया परवीन हैं,जिन्होंने यूपीएससी 2023 की परीक्षा में 670 वां रैंक लाकर अपने माता-पिता सहित गिरिडीह का नाम पूरे भारत में रोशन किया है.

मोहम्मद सरफुद्दीन और अख्तरी नाज़ की बेटी नाजिया परवीन दो बहन हैं. छोटी बहन अलीगढ़ में जुडिशल की तैयारी कर रही है. नाजिया परवीन की प्रारंभिक पढ़ाई बीएनएस डीएवी से हुई. उसके बाद आगे की पढ़ाई नाजिया ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से वाणिज्य विषय में स्नातक के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया के रेजिडेंशियल कोचिंग अकादमी से पढ़ाई के बाद उन्हें यूपीएससी में सफलता मिली. नाजिया परवीन के माता-पिता ने बताया कि उनकी दो बेटी ही हैं.उनका कोई बेटा नहीं है और उन्होंने ठान लिया था कि बेटी को ही काबिल बनाना है. उनकी दोनों बेटी पढ़ने में तेज है. इसीलिए अभाव के बावजूद भी दोनों बेटी को पढ़ने के लिए देश की बड़ी संस्थाओं में भेजा.

मां अख्तरी नाज़ कहती हैं कि नाजिया ने पढ़ाई के दौरान काफी संघर्ष किया. तीन बार असफल होने के बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी. लगातार प्रयास करती रही. आज जब नाजिया परवीन ने सफलता हासिल कर ली तो उनके माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं है जिन्होंने पिछले 12 साल से तन मन धन सब कुछ नाजिया के सफलता में लगा दिया था . नाजिया परवीन की माता अख्तरी नाज़ ने कहा कि मेरी बेटी ऑफिसर बन गई है. अब मैं उन बेटियों की पढ़ाई में मदद करूंगी जिन्हें पढ़ने में पैसा बाधक बन रहा है.


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