दुर्घटना में जयराम ने अपने दोनों पैर गवा दिए : सरकारी सुविधा से वंचित किसी दानदाता का है इस युवक को इंतजार

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This young man, deprived of government facilities, is waiting for a donor This young man, deprived of government facilities, is waiting for a donor

दुमका:- राज्य की सबसे बड़ी समस्या पलायन है और रोजगार की तलाश में राज्यवासी दूसरे प्रदेश में काम करने के लिए जाते हैं। कुछ इसी तरह जयराम हांसदा रोजगार की तलाश में हिमाचल प्रदेश गया था लेकिन एक दुर्घटना में जयराम को अपने दोनों पैर गवना पड़ा। जयराम बताते हैं कि एक दिन तंबू में आग लग गया आग की चपेट में आने से उसके दोनों पर झुलस गए।



साथियों की मदद से करीब 7 महीने तक हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पताल में इलाज कराया। हार कर अपने घर नगर पंचायत बासुकीनाथ के वार्ड नंबर 12 बेरहन पहुंच गया। यहां से जयराम की संघर्ष की कहानी शुरू हुई। इस युवक के पास सरकारी दस्तावेज के नाम पर कुछ भी नहीं है। अगर राशन कार्ड रहता तो इस युवक को दो वक्त की रोटी मिल जाती। इसकी सूचना समाजसेवी निरंजन मंडल को मिली।


समाजसेवी की सूचना पर मीडिया कर्मियों के साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी नीलम कुमारी मौके पर पहुंची। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने सरकारी कंबल देकर ठंड से तो बचा लिया लेकिन अभी भी जयराम के पेट में भूख की आग लगी है। निरंजन मंडल ने बताया कि सरकारी सुविधा उपलब्ध हो जाती तो इसका समस्या कुछ काम होता।