सावन पर विशेष : कोल्हान के बाबा धाम के रूप में विख्यात है ये शिवालय, यहां खंडित शिवलिंग की होती है पूजा

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This pagoda is famous as Baba Dham of Kolhan This pagoda is famous as Baba Dham of Kolhan

चाईबासा : पवित्र सावन माह 22 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है। इस सावन में पांच सोमवारी का अदभुत संयोग बन रहा है जहां शिव भक्त और श्रद्धालु पांच सोमवारी को भगवान शिव को जलाभिषेक और पूजा अर्चना करेंगे। सावन की पहली सोमवारी 22 जुलाई को है. सावन में शिवालयों में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. कोल्हान में भी कई ऐसे प्राचीन शिवालय हैं जो पूरे झारखंड व देश में विख्यात है. पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोईलकेरा प्रखंड का महादेवशाल धाम भी झारखंड के दूसरे बाबा धाम के नाम से जाना जाता है. महादेवशाल धाम पहाड़ों के बीच बसा है. सुंदर मनोरम पहाड़ियों के किनारे स्थित महादेवशाल धाम में रोजाना श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं, लेकिन सावन माह में यहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. यहां खंडित शिवलिंग की वर्षों से पूजा की जा रही है.

सुरंग निर्माण के लिए खुदाई के दौरान निकला था शिवलिंग

बताया जाता है कि अंग्रेजों के शासनकाल में जब बंगाल-नागपुर रेल लाइन बिछाने और व सुरंग निर्माण का कार्य चल रहा था, तभी एक मजदूर ने शिवलिंग रुपी पत्थर देखा. मजदूरों ने उस स्थान पर खुदाई व काम करने से इंकार कर दिया. इसके बाद ब्रिटिश इंजीनियर रॉबर्ट हेनरी ने पत्थर को मजदूरों से हटाने को कहा, लेकिन मजदूरों ने मना कर दिया. इसके बाद इंजीनियर रॉबर्ट हैनेरी ने स्वयं फावड़ा उठाकर पत्थर को हटाने की कोशिश करते हुये उस पर वार कर दिया. इससे शिवलिंग का एक हिस्सा टूट गया और इसी दौरान रॉबर्ट हैनेरी की भी मौत हो गई. इसके बाद सुरंग का रास्ता बदलना पड़ा और उस स्थान पर मंदिर का निर्माण कर पूजा अर्चना शुरू की गई. यहां पूजा अर्चना के लिए झारखंड के विभिन्न हिस्सों के अलावे झारखंड से सटे ओडिशा, पश्चिमी बंगाल, छत्तीसगढ़ व अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं. यहां प्रत्येक वर्ष सावन महीने में मेले का भी आयोजन किया जाता है. सावन महीने में महादेवशाल धाम में कई एक्सप्रेस ट्रेनों का भी ठहराव किया जाता है.

श्रावणी मेले की तैयारियों का एसडीओ , एसडपीओ ने लिया जायजा

चाईबासा : गोइलकेरा के महादेवशाल में लगने वाले श्रावणी मेले व मंदिर का शनिवार को अनुमंडल पदाधिकारी रीना हांसदा एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पारस राणा ने जायजा लिया. इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी विवेक कुमार, थाना प्रभारी कमलेश राय व महादेवशाल सेवा समिति के पदाधिकारी भी मौजूद थे. मौके पर एसडीएम रीना हांसदा ने मंदिर व मेला परिसर में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरा लगाने, कतार में पूजा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए बैरिकेडिंग करने, प्रकाश की समुचित व्यवस्था रखने का निर्देश दिया. इससे पहले अधिकारियों ने प्रखंड कार्यालय सभागार में इसको लेकर बैठक भी की. इसमें हब्बा-डब्बा जुआ के संचालन और अवैध शराब की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाने को कहा गया. जेबकतरों व उचक्कों से निपटने के लिए मेला क्षेत्र में पुलिस की गतिविधियां बढ़ाने की मांग की गई. प्रशासनिक अधिकारियों ने आकस्मिक परिस्थितियों के लिए सड़क मार्ग को क्लीयर रखने का निर्देश दिया है. वहीं मेला परिसर में पुलिस सहायता केंद्र खोलने का भी निर्णय लिया गया. रेल ट्रैक के आसपास सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने को कहा गया. मेले के दौरान विधि व्यवस्था भंग करने वाले और असामाजिक तत्वों की जानकारी पुलिस को देने की अपील की.गोइलकेरा के महादेवशाल स्थित श्रावणी मेले का उद्घाटन रविवार को किया जाएगा. इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि सिंहभूम की सांसद उपस्थित रहेंगी. साथ ही श्रावणी मेले के उद्घाटन में जिला व अनुमंडल के प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.

चाईबासा से राजीव सिंह की रिपोर्ट