पुलिसिया रौब : निजी जमीन पर सड़क बनाए जाने का विरोध करने पर दफेदार ने सरेआम महिला की पिटाई कर दी..
रजौली(नवादा)- दफेदार ने पुलिस वर्दी का धौंस दिखेते हुए पड़ोसी के साथ मारपीट की है.वहीं शिकायत के बाद पुलिस की टीम अपने दफेदार के बचाव में दिख रही है.
पूरा मामला नवादा जिले के रजौली थाना क्षेत्र का है.रजौली प्रखण्ड कार्यालय के सामने इंटर स्कूल के पीछे निजी रैयती जमीन पर जबरन सड़क बनाने का विरोध करने पर दफेदार बृजनन्दन गिरी व उसके सहयोगियों ने पड़ोसी के साथ जमकर मारपीट किया है।वहीं पीड़ितों का आरोप है कि घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने बिना कुछ जाने समझे पीड़ित परिजनों के साथ ही मारपीट किया है।
मारपीट की घटना के बाद पीड़ित पक्ष द्वारा थाने को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।स्थानीय गोपालनगर निवासी पप्पू सिंह की पत्नी कुमकुम देवी ने कही कि सुबह थाने में पदस्थापित दफेदार बृजनन्दन गिरी,दफेदार पुत्र विकास गिरी और कुणाल गौरव के अलावे उसके सहयोगियों द्वारा मेरे निजी जमीन पर जबरन सड़क बनाया जा रहा था।जिसका विरोध किये जाने पर उक्त लोगों ने पुलिस-प्रशासन का धौंस दिखाकर जमकर मारपीट किया।पीड़िता ने कहा कि घटनास्थल पर थाने में पदस्थापित एसआई सुनील कुमार सिंह पुरुष व महिला पुलिस बल के साथ पहुंचे एवं बिना सूझ-बूझ के महिलाओं व अन्य लोगों को डंडे से मारपीट करने लगे।पीडिता ने कहा कि दफेदार द्वारा पुलिस बल को गुमराह किया।जिसके कारण पुलिस बल द्वारा एकतरफा कार्रवाई की गई।
बताते चलें कि थाना क्षेत्र में कहीं भी जमीन सम्बन्धी मामले को लेकर पुलिस को लिखित आवेदन मिलती है,तो पुलिस द्वारा पीड़ितों को अंचलाधिकारी के पास आवेदन देने को कहती है।साथ ही पीड़ितों को पुलिस द्वारा दलील दी जाती है कि जमीनी मामले में पुलिस कुछ नहीं कर सकती है।वहीं मारपीट होने पर पुलिस हस्तक्षेप की जाएगी।किन्तु इस मामले में पुलिस बलों पर पीड़ितों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि दफेदार के कारण पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर एकतरफा कार्रवाई करती है।जिसका वीडियो वगैरह भी पीड़ित परिजनों द्वारा बनाया गया है।जब पुलिस बलों को परिजनों द्वारा वीडियो बनाते देखा तो सभी भाग खड़े हुए।पीड़िता ने कहा कि यदि रजौली थाना से न्याय नहीं मिला तो वरीय पुलिस पदाधिकारियों से इसकी शिकायत की जाएगी।
इस बाबत पर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर पवन कुमार ने कहा कि जमीनी विवाद को लेकर दोनों पक्षों से लिखित आवेदन दिया गया है।मामले की जांच कर उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।