बिहार में भीषण गर्मी से स्कूली बच्चे हलकान : प्रचंड गर्मी से कई विद्यालयों के छात्र हुए बेहोश, छात्रा की नाक से बहने लगा खून, कई अस्पताल में भर्ती
PATNA : बिहार में गर्मी से निजात नहीं मिल रही है। भीषण लू को लेकर एकबार फिर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक आज बिहार के 16 जिलों में हीटवेब को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच बिहार में स्कूल भी खुल गये है लिहाजा भीषण गर्मी की चपेट में आने से बच्चे फिर बीमार पड़ रहे हैं।
भीषण गर्मी से स्कूली बच्चे हलकान
सोमवार को बिहार के अलग-अलग जिलों के सरकारी स्कूलों से बच्चों की बीमार होने की कई तस्वीरें सामने आयी हैं। भीषण गर्मी की वजह से फिर से स्कूलों में बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी है। खबर लिखे जाने तक शेखपुरा में 6, छपरा में 1, पटना के बिहटा में 1, बांका में 5 और बक्सर में 1 छात्रा की तबीयत ख़राब हो गई है।
छात्रा की नाक से बहने लगा खून
बक्सर में स्कूली छात्रा को खाट पर लादकर अस्पताल पहुंचाना पड़ा। वहीं, बिहटा में भीषण गर्मी की वजह से छात्रा की नाक से खून निकलने लगा। इन सभी जिलों में पारा 40 डिग्री के पार है। शेखपुरा में सबसे अधिक छात्र बीमार पड़े हैं। वहां, भीषण गर्मी की वजह से अबतक 6 छात्रों के तबीयत खराब होने की जानकारी मिली है। यहां पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पास है।
कई स्कूलों के छात्र हुए बीमार
बताया जा रहा है कि स्कूलों के खुलते ही बरबीघा प्रखंड के तीन स्कूलों में बच्चों के बीमार होने की सूचना है। वहीं, शेखपुरा सदर प्रखंड में भी बच्चे बेहोश हो गए, जिसे लेकर बरबीघा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रविंद्र कुमार राय ने बताया कि बरबीघा प्रखंड के मध्य विद्यालय उखदी , कन्या प्राथमिक विद्यालय सर्वा और जगदंबा उच्च विद्यालय सामस में बच्चे बेहोश हुए है, जिन्हें स्थानीय स्तर पर इलाज के बाद घर भेज दिया गया है। सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं।
वहीं, छपरा में भी स्कूल खुलने के बाद छात्रों के बीमार पड़ने की खबरें सामने आ रही हैं। छपरा के उच्च माध्यमिक विद्यालय लोहरी छपरा सदर में गर्मी के चलते क्लास में ही बच्चे बेहोश होने लगे। शुरुआत में तो बच्चों को स्कूल में ही इलाज किया गया, फिर कुछ लोगों को अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया है। बांका में भी भीषण गर्मी के चलते 5 बच्चों की तबीयत बिगड़ने की जानकारी सामने आयी है।
वहीं, इस पूरे मामले पर बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा है कि भीषण गर्मी में प्राथमिक विद्यालयों के संचालन से संपूर्ण राज्य में हजारों बच्चे बीमार पड़ गए हैं। त्राहिमाम की स्थिति है। अगर शीघ्र शैक्षणिक कार्य स्थगित नहीं किया गया तो किसी भी प्रकार की अनहोनी हो सकती है। इसके लिए पूर्णतः बिहार सरकार जिम्मेदार होगी।