लापरवाही या भ्रष्टाचार ? : 8 करोड़ की लागत से बनाई गई जल मीनार, बनी शोभा की वस्तु, घरों तक नहीं पहुंचा शुद्ध जल
सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र के हटियागाछी स्थित तकरीबन 8 करोड़ की लागत से बनाई गई जलमीनार सोभा की वस्तु बनी हुई है। सरकार और विभाग की लापरवाही के कारण बीते 8 वर्षों से लेकर अब तक शुद्ध पेयजल की समस्या जस की तस बनी हुई है।यही वजह है कि इस भीषण गर्मी में भी सिमरी बख्तियारपुर शहर वासियों के घरों तक शुद्ध पेयजल मुहैया नहीं हो पा रहा है बावजूद इसके जिले के आला अधिकारी से लेकर विभाग तक मामले से अंजान बने हुए।
इस मामले को लेकर स्थानीय सांसद राजेश वर्मा से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र में शुद्ध पेयजल की समस्या को लेकर यहां के लोगों ने हमे भी अवगत कराया है।आगामी 30 जून को स्थानीय अधिकारियों के साथ बैठक होनी है इस बैठक में जल जमाव की समस्या को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों से जायजा लिया जाएगा जिस वजह से भी शुद्ध पेयजल मुहैया कराने में समस्या आ रही है उसे दूर किया जाएगा ताकि लोगों के घरों तक शुद्ध पेयजल मुहैया कराई जा सके।