'मिडिल क्लास की पीठ और सीने में घोंपा गया छुरा' : राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तीखा प्रहार, कहा : 21वीं सदी में आया एक नया चक्रव्यूह
RAHUL GANDHI :लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी एकबार फिर गरजे हैं। लोकसभा में भाषण देते हुए राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार को घेरा और कहा कि देश में डर का माहौल है, यह डर पूरे देश में फैला हुआ है। बीजेपी के अंदर लोग डरे हुए हैं, मंत्री डरे हुए हैं और देश के किसान डरे हुए हैं।
इसके बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अभिमन्यु का जिक्र छेड़ा और मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हजारों साल पहले हरियाणा में अभिमन्यु को 6 लोगों ने चक्रव्यूह में मारा था। चक्रव्यूह के अंदर डर और हिंसा होती है और अभिमन्यु को उसमें फंसाकर 6 लोगों ने मारा। उन्होंने कहा कि मैंने चक्रव्यूह के बारे में रिसर्च की और पता लगा कि इसका एक दूसरा नाम होता है - पद्मव्यूह , जो कमल के फूल के आकार का होता है।
इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि 21वीं सदी में एक नया चक्रव्यूह आया है, वो भी कमल के आकार का है. जिस चक्रव्यूह में अभिमन्यु को फंसाया गया था, वहीं हिंदुस्तान की जनता के साथ हो रहा है। वहीं, हिन्दुस्तान के युवाओं, किसानों, माताओं-बहनों, स्मॉल और मीडियम बिजनेस के साथ किया जा रहा है। इस चक्रव्यूह का चिह्न प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी छाती पर लेकर चलते हैं।
महाभारत वाले चक्रव्यूह को 6 लोग द्रोणाचार्य, कर्ण, कृपाचार्य, कृ्तवर्मा, अश्वत्थामा और शकुनी कंट्रोल कर रहे थे और आज भी 6 लोग कंट्रोल कर रहे हैं, जिसमें नरेंद्र मोदी जी, अमित शाह जी, मोहन भागवत जी, अजित डोभाल जी, अंबानी और अडानी जी हैं।
इसके साथ ही राहुल गांधी ने इंटर्नशिप प्रोग्राम का जिक्र किया और कहा कि इंटर्नशिप प्रोग्राम हिंदुस्तान की 500 सबसे बड़ी कंपनियों में होगा तो हमारे देश के 99 फीसदी युवा उनको इस प्रोग्राम से कोई फायदा होने वाला नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए पेपर लीक सबसे जरूरी मुद्दा है। उन्होंने इसके बारे में एक शब्द नहीं कहा। आपने एक तरफ पेपरलीक चक्रव्यूह और दूसरी तरफ बेरोजगारी चक्रव्यू बना दिया। 20 साल में शिक्षा पर सबसे कम बजट (2.5 फीसदी) है। टैक्स टेररिज्म को रोकने के लिए बजट में सरकार ने कुछ नहीं दिया। मिडिल क्लास की छाती और पीठ में छुरा घोंपा गया।
राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार पर हमलावर रूख अख्तियार करते हुए कहा कि "मिडिल क्लास शायद इस बजट से पहले पीएम को सपोर्ट करता था। जब पीएम ने कोविड के वक्त थाली बजवाती थी तो उन्होंने खूब बजाई थी। उसके बाद पीएम ने उसी मिडिल क्लास से मोबाइल फोन की लाइट जलवाई। अब इस बजट में आपने उसी मिडिल क्लास के पीठ और छाती में एक-एक छुरा मारा है। आपने जो इंडेक्सेशन कैंसिल की वो पीठ में छुरा था और कैपिटल गेन्स टैक्स आपने बढ़ाया, वो छाती में छुरा था।"