रार-टकरार : मंत्री से हटते ही हमलावर हुए प्रोफेसर चन्द्रशेखर, ACS केके पाठक के बर्खास्तगी की मांग, समूचा विपक्ष एकजुट

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Professor Chandreshkhar attacked as soon as he stepped down from the minister's post, demanded dismissal of ACS KK Pathak Professor Chandreshkhar attacked as soon as he stepped down from the minister's post, demanded dismissal of ACS KK Pathak

PATNA:-मंत्री रहते साइन लाइन किए गए प्रोफेसर चन्द्रशेखर अपने मातहत रहे अपर मुख्य सचिव केके पाठक के खिलाफ लगातार हमलावर हैं और विधानसभा में उनके खिलाफ लगातार मुद्दे को उठाते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.


पहले जल संसाधन विभाग के बजट पर चर्चा में शामिल प्रोफेसर चन्द्रेशखर ने शिक्षा विभाग को लेकर ही ज्यादा चर्चा की थी और केके पाठक के बारे में कहा था कि शिक्षक नियुक्ति की प्रकिया उनके आने से पहले ही शुरू हुई थी.इसलिए इस नियुक्ति में उनकी किसी तरह की भूमिका नहीं है,वहीं विभाग मे आते ही वे बीपीएससी चेयरमेन से भिड़ गए थे.ऐसा लगता है कि उन्हें लोगों से भिड़ने मे मजा आता है.वहीं प्रोफेसर चन्द्रेशखर ने आज फिर से केके पाठक का मुद्दा विधानसभा में उठाया.प्रोफेसर चन्द्रशेखर ने वायरल वीडियो का मुद्दा उठाया,जिसमें केके पाठक गाली देते नजर आ रहैं हैं.प्रोफेसर चन्द्रशेखर के साथ ही समूचा विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरा और केके पाठक को बर्खास्त करने की मांग की है.सरकार द्वारा उनकी मांग खारिज किए जाने के बाद पूरा विपक्ष विधानसभा से वॉकआउट कर गया.


वहीं वायरल वीडियो की जांच कर कार्रवाई के मुद्दे पर शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि इस वीडियो का मुद्दा बुधवार को विधान परिषद में उठा था और सभापति को वीडियो देखकर कार्रवाई को लेकर निर्णय लेने का अधिकार दिया गया है.इसलिए अब इस मुद्दे को फिर से उठाने के कोई मतलब नहीं है.इसके साथ ही मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि किसी भी अधिकारी को आम लोगों को भी गाली देने का अधिकार नहीं है.सरकार ऐसे किसी भी कृत्य का समर्थन नहीं करती है.विजय चौधरी के बयान से असंतुष्ट विपक्ष सदन से वाक आउट कर गया.बाहर जाकर विपक्षी नेताओं ने सरकार पर गालीबाज केके पाठक को बचाने का आरोप लगाया .विपक्षी नेताओं ने कहा कि केके पाठक पर पहले भी गाली देने का वीडियो और ऑडिय़ो वायरल हो चुका है,पर सरकार के मुखिया नीतीश कुमार खुलकर केके पाठक का समर्थन करते हैं.वे उन्हें ईमानदार और काम करने वाला अधिकारी बताते हैं ,पर सवाल उठता है कि क्या कोई ईमानदर अधिकारी हो तो उसे दूसरे को गाली-गलौज करने का अधिकार मिल जाता है.


प्रोफेसर चन्द्रशेखर ने कहा कि केके पाठक सीएम नीतीश के आदेश का भी नहीं मान रहे हैं.उन्होनें कहा कि सीएम ने 10 से 4 बजे तक स्कूल संचालित करने का निर्देश दिया था,पर के के पाठक ने क्लास के टाइमिंग चेंज कर दिया,पर शिक्षकों को किसी तरह की राहत नहीं दी है.उन्होंने सुबह 9 बजे से संध्या 5 बजे तक स्कूल में रहने का जो आदेश पहले निकाला था.आज भी वे उसी आदेश पर टिके हुए हैं.सीएम के निर्देश पर उन्होंने सिर्फ 9.30 से 3.30 क्लास संचालन को 10 से 4 बजे कर दिया है,पर शिक्षक को अभी भी 9 बजे से 5 बजे तक स्कूल में रहना ही होगा.


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