मन की बात : प्रधानमंत्री मोदी ने स्पेस, AI और महिला सशक्तिकरण पर रखे विचार, मोटापा से भी बचने का किया आह्वान, जानें मुख्य बिंदु


NEWS DESK : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (23 फरवरी) को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 119वें एपिसोड में स्पेस साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और महिला सशक्तिकरण से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने 8 मार्च को महिला दिवस के अवसर पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स प्रेरणादायक महिलाओं को समर्पित करने की नई पहल की घोषणा की।
स्पेस और AI में भारत की बढ़ती ताकत
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अंतरिक्ष विज्ञान में लगातार नई ऊंचाइयां छू रहा है। हाल ही में इसरो ने अपना 100वां रॉकेट लॉन्च किया, जिससे अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की साख और मजबूत हुई है। उन्होंने फ्रांस में आयोजित बड़े AI सम्मेलन में भारत की उपलब्धियों को मिली वैश्विक सराहना का भी जिक्र किया।
महिला दिवस पर अनोखी पहल
पीएम मोदी ने बताया कि इस बार महिला दिवस पर वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स प्रेरणादायक महिलाओं को सौंपेंगे ताकि वे अपने विचार और अनुभव साझा कर सकें।
खेल और युवा शक्ति
प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में देशभर से आए 11,000 से अधिक एथलीटों के शानदार प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने स्वर्ण पदक विजेताओं को बधाई दी और खेलों को समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम बताया।
छात्रों के लिए संदेश
परीक्षा की तैयारियों को लेकर ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह अब एक महत्वपूर्ण पहल बन चुकी है, जिससे लाखों छात्र लाभान्वित हो रहे हैं।
आदिवासी भाषाओं का संरक्षण
तेलंगाना के एक शिक्षक द्वारा AI टूल्स का उपयोग कर आदिवासी भाषा कोलामी में गीत रचने की पहल की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने तकनीक के माध्यम से भाषाओं और संस्कृति के संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से बेहतर स्वास्थ्य के लिए कम तेल वाले भोजन की आदत अपनाने का आग्रह भी किया।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि अभी चैंपियंस ट्रॉफी चल रही है लेकिन आज मैं आप से क्रिकेट नहीं बल्कि अंतरिक्ष में भारत द्वारा बनाए गए अद्भुत शतक की बात करने जा रहा हूं। गत माह देश ने इसरो का 100वां रॉकेट लॉन्च देखा है। समय के साथ अंतरिक्ष उड़ान में हमारी उपलब्धियों की सूची लंबी होती जा रही है। चाहे प्रक्षेपण यान का निर्माण हो, चंद्रयान, मंगलयान और आदित्य एल-1 की सफलता हो या फिर 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने का अभूतपूर्व मिशन हो।