प्रशांत किशोर का बड़ा बयान : कहा-जातिगत जनगणना अधूरी, नीतीश कुमार के स्वास्थ्य की हो जांच
भागलपुर: जनस्वराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने एक बार फिर राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है. अपनी उद्घोष यात्रा के तहत भागलपुर पहुंचे प्रशांत किशोर ने सर्किट हाउस में प्रेस को संबोधित करते हुए बिहार सरकार की जातिगत जनगणना प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए. प्रशांत किशोर ने कहा कि जनस्वराज पार्टी जातिगत जनगणना का समर्थन करती है और इस बात को उन्होंने तीन साल पहले भी दोहराया था. लेकिन उन्होंने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह जनगणना अधूरी और अपारदर्शी है जिससे समाज की असली तस्वीर सामने नहीं आ पाएगी. हमने पहले भी कहा था कि जातिगत जनगणना जरूरी है. इससे समाज को नुकसान नहीं बल्कि फायदा होगा. लेकिन जिस तरीके से सरकार ने यह जनगणना कराई है. वह सही नहीं है. इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वास्थ्य पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि जिस तरह किसी सेवा में जाने से पहले मेडिकल जांच होती है. उसी तरह राज्य के मुखिया का भी स्वास्थ्य परीक्षण होना चाहिए. 13 करोड़ जनता की जिम्मेदारी एक ऐसे व्यक्ति के हाथ में है जिनका स्वास्थ्य खुद ठीक नहीं है. उनका भी मेडिकल टेस्ट होना चाहिए. प्रशांत किशोर के इन बयानों से बिहार की राजनीति में जातिगत जनगणना और नेतृत्व क्षमता को लेकर नई बहस छिड़ सकती है.
भागलपुर से संवाददाता रवि आर्यन की रिपोर्ट--