पुलिस को मिली बड़ी सफलता : 10 लाख का इनामी नक्सली नीरज सिंह खेरवार ने किया सरेंडर

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लोहरदगा : बड़ी खबर लोहरदगा से जहां भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर और 10 लाख रुपये के इनामी नक्सली नीरज सिंह खेरवार उर्फ संजय खेरवार ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. माओवादी जोनल कमांडर नीरज सिंह खेरवार को गुप्त स्थान पर रखकर पुलिस की टीम पूछताछ कर रही है.

पुलिस के संपर्क में था माओवादी कमांडर

भाकपा माओवादी के दक्षिण कोयल जोन में कमजोर पड़ते माओवादियों का कुनबा अब टूटने लगा है. लोहरदगा, लातेहार, गुमला, पलामू जैसे क्षेत्र में सक्रिय माओवादियों की टीम अब टूट के कगार पर पहुंच गई है. धीरे-धीरे एक-एक माओवादी या तो पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर रहे हैं या फिर पुलिस के हत्थे चढ़ रहे हैं. इसी कड़ी में भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर और 10 लाख रुपये के इनामी नीरज सिंह खेरवार उर्फ संजय खेरवार का नाम भी जुड़ गया है.


पलामू जिला के पांकी थाना क्षेत्र के आबुन गांव निवासी नीरज सिंह खेरवार पिछले कई दिनों से पुलिस के संपर्क में था. वह आत्मसमर्पण करना चाह रहा था. इस दौरान कई बार सरेंडर को लेकर समय और जगह तय किया गया पर हर बार जगह और समय बदला जा रहा था. इसी बीच उसने आत्मसमर्पण कर दिया है.

पुलिस ने नहीं की आत्मसमर्णण की पुष्टि

पुलिस की स्पेशल टीम के समक्ष नक्सली नीरज ने आत्मसमर्पण किया है. जिसके बाद नीरज को किसी गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है. हालांकि पुलिस की ओर से इस बात की पुष्टि नहीं की गई है. कहा जा रहा है कि नीरज सिंह खेरवार भाकपा माओवादी का एक बड़ा चेहरा था. उसके आत्मसमर्पण करने से माओवादियों को तगड़ा झटका लगा है. पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारियां मिल सकती हैं. यही कारण है कि पुलिस फिलहाल उसके आत्मसमर्पण को सार्वजनिक नहीं करना चाह रही है.


पुलिस ने माओवादी संगठन को एक और झटका देते हुए 10 लाख के इनामी जोनल कमांडर को आत्मसमर्पण कराने में कामयाबी हासिल की है. आत्मसमर्पण करने वाले जोनल कमांडर को गुप्त स्थान पर रखकर उससे पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में पुलिस को अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद है. पिछले कई दिनों से जोनल कमांडर पुलिस के संपर्क में था. इसी बीच उसने पुलिस की स्पेशल टीम के समक्ष आत्मसमर्पण किया है.


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