पाकुड़ मुख्य सड़क की हालत जर्जर : सड़क पर बने गड्ढ़ों में जल-जमाव होने के कारण राहगीरों को होती है परेशानी
पाकुड़ जिला के लिट्टीपाड़ा भाया धरमपुर गोड्डा तक की सड़क बदहाल हो चुकी है। पक्ष और विपक्ष दोनों की कथनी और करनी की बातों में आकर लोग इस सड़क की बदहाली का शिकार हो रहे हैं। बारिश के बाद सड़क पर बने गड्ढे में जल जमाव होने के कारण राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ती है। सड़क पर बने गड्ढे से अक्सर ही छोटे, बड़े वाहनों के साथ-साथ पैदल चलने वाले लोग दुर्घटना का शिकार हो जाते है।
आपको बता दें की पाकुड़ से बड़े पैमाने पर खनिज संपदाओ की ढुलाई होने के कारण गोड्डा-पाकुड़ मार्ग गड्ढे में तब्दील हो गया है। जिसके कारण सभी तरह के वाहनों को आवाजाही में काफी कठिनाई हो रही है। हालांकि सबसे ज्यादा परेशानी दोपहिया, ऑटो व चार पहिया वाहनों के परिचालन में हो रही है।
मालूम हो कि पाकुड़-बड़हरवा से बड़े पैमाने पर मैटल व छर्री लदे वाहनों का परिचालन गोड्डा-पाकुड़ मार्ग से होता है। जिसका बड़ा हिस्सा बिहार जाता है। इसके बाद भी सड़क कि स्थिति काफी जर्जर है। प्रतिदिन लगभग तीन सौ छर्री व मैटल लदे वाहनों का परिचालन होता है। ओवरलोडेड ट्रकों के चलने से भी सड़क को नुकसान हो रहा है। इसके कारण सड़क पर जगह-जगह बड़ा-बड़ा गढ्डा हो गया है।
गोड्डा से लेकर धरमपुर तक सड़क कि स्थिति काफी जर्जर हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक कुछ माह पूर्व ही उक्त रोड को एनएच 333 ए का दर्जा मिला है। जिसमें से गोड्डा से सिमलांग तक सड़क अभी पथ निर्माण विभाग के ही जिम्मे है जबकि सिमलांग से पाकुड़ तक रोड एनएच को सौंप दिया गया है।
ऐसे में अब इस सड़क का मरम्मत एनएच प्रशासन को ही आनेवाले समय में करना है जिसके संबंध में बताया जाता है कि सड़क निर्माण को लेकर डीपीआर बनाया जाना है। बहरहाल सड़क जर्जर होने से वाहनों की आवाजाही में काफी परेशानी हो रही है।