BIG NEWS : भोजपुर में NIA की ताबड़तोड़ छापेमारी, एकसाथ दो गांवों में दी दबिश, मचा हड़कंप
BHOJPUR :भोजपुर में बुधवार की सुबह NIA की टीम ने दो अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की। चौरी थाना क्षेत्र के छतरपुरा गांव और सहार थाना के कोरनडिहरी गांव के दो घरों में दबिश दी गई। जाली नोट और आतंकी कनेक्शन की जांच की जा रही है। संदिग्धों के घरों में छापेमारी हो रही है, जो रिश्तेदार बताए जाते हैं।
भोजपुर में NIA की ताबड़तोड़ छापेमारी
भोजपुर जिले में बुधवार की सुबह से दो अलग-अलग जगहों पर एक साथ केन्द्रीय जांच एजेंसी एनआईए की टीम छापेमारी कर रही है। डीएसपी और इंस्पेक्टर रैंक के अफसरों के नेतृत्व में आई टीम चौरी थाना क्षेत्र के छतरपुरा गांव तथा सहार थाना के कोरनडिहरी गांव स्थित दो घरों में दबिश देकर सुबह 6 बजे से छानबीन कर रही है।
विधि-व्यवस्था को लेकर आसपास के थानों की पुलिस की भी मदद ली जा रही है। जिन संदिग्धों के घरों में छापामारी हो रही है, वे दोनों रिश्तेदार बताए जाते हैं। एक के पिता उर्दू विद्यालय में शिक्षक और दूसरे संदिग्ध के पिता टोला सेवक के रूप में कार्यरत बताए जा रहे है।
एकसाथ दो गांवों में दी दबिश
टीम दोनों के बेटों को लेकर जांच कर रही है। पहला संदिग्ध मो. नेहाल दिल्ली में रहता है जबकि दूसरा मो. वारिस पहले से जाली नोट मामले में जेल में बंद है। इस छापेमारी को जाली नोट के रैकेट और आतंकी कनेक्शन दोनों से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, छापेमारी में आए अधिकारी अभी आधिकारिक रूप से कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं।
मालूम हो कि 5 सितंबर 2024 को करीब दो लाख के जाली नोट के साथ तीन धंधेबाज पकड़े गए थे। इसी दौरान पाकिस्तान में नोट छपने की बात सामने आई थी। गिरफ्तार धंधेबाज नजरे सद्दाम भागलपुर के इशाकचक थाना क्षेत्र का रहनेवाला था, जबकि उसके साथ भोजपुर जिले के सहार थाना क्षेत्र के कोरनडिहरी निवासी मो. वारिस और पटना जिले के सिगोडी थाना क्षेत्र निवासी मो. जाकिर हुसैन को भी गिरफ्तार किया गया था।
उस समय पूछताछ में पाकिस्तान में छपे भारतीय जाली नोट नेपाल के रास्ते देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाए जाने की बात सामने आई थी। गिरफ्तार धंधेबाजों से NIA समेत कई सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने पूछताछ की थी। उस समय गिरफ्तार धंधेबाज नजरे शमशाद ने पुलिस को बताया थ कि पाकिस्तान में छपे नोट नेपाल के रास्ते उसे मिले थे। इसे लेकर पटना से जम्मूतवी एक्सप्रेस से वे जम्मू-कश्मीर जानेवाले थे। इससे पहले भी वे जाली नोटों की तीन खेप जम्मू-कश्मीर पहुंचा चुके हैं।
(आरा से विवेक कुमार की रिपोर्ट)