न NDA और न ही INDIA के साथ : VIP के मुकेश सहनी ने कहा- निषाद आरक्षण की मांग को लेकर 25 जुलाई से शुरू होगी यात्रा
PATNA:-विकासशील इंसान पार्टी (VIP) अभी न तो NDA के साथ है और न ही INDIA के साथ बल्कि वह अभी सिर्फ अपनी पार्टी के साथ है.उसके किसी भी दल या गठबंधन के नेताओं से व्यक्तिगत रिश्ते खराब नहीं हैं पर उनका दल उसी गठबंधन के साथ जाएगा,जो हमारी आरक्षण की पुरानी मांग को पूरा करेगा...और ये बाते खुद वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने मीडिया के सवालो का जवाब देते हुए कहा है.
मुकेश सहनी ने कहा कि वीरांगना फूलन देवी की शहादत दिवस यानी 25 जुलाई से तीन राज्यों की यात्रा पर वे निकल रहें हैं.100 दिनों की इस यात्रा में वे,बिहार एवं झारखंड के साथ ही पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के करीब 80 जिलों का दौरा करेंगे.इस यात्रा का नाम 'निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा' दिया गया है। इस यात्रा के दौरान लोगों को निषाद आरक्षण का संकल्प दिलाया जाएगा।
मुकेश सहनी ने कहा कि ' बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश में निषाद ने ललकारा है, आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं, गठबंधन नहीं तो वोट नहीं ' के नारों के साथ यह यात्रा गांव - गांव, घर -घर तक पहुंचेगी।वीआईपी के कार्यकर्ता इस 100 दिन में जिला, प्रखंड एवं छोटे -छोटे यात्राओं के माध्यम से गांव - गांव तक पहुंचेंगे और सभी घरों में जाकर लोगों को निषाद आरक्षण का संकल्प दिलवाएंगे। यह यात्रा पटना से शुरू होगी।
'सन ऑफ मल्लाह' के नाम से चर्चित सहनी ने कहा कि उनकी महत्वकांक्षा कभी भी सांसद, विधायक बनने की नहीं रही। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि उनका जन्म बिहार के गरीब परिवार में हुआ और संघर्ष कर मुंबई पहुंच गए। मुंबई में सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन वे अपनी जन्मभूमि को भूल नहीं पाया और बिहार के लिए कुछ करने को ठान ली।वे बिहार में राजनीति कर सत्ता तक पहुंचने नहीं आए हैं बल्कि उनका लक्ष्य बिहार में उन शोषित, वंचित, गरीब को मान सम्मान दिलाने की है कि जो विकास में पीछे छूट गए हैं। उन्होंने कहा कि ये जब तक समाज की मुख्यधारा से नहीं जुड़ जाते तब तक बिहार और देश के विकास की कल्पना करना बेमानी है।
उन्होंने कहा कि बिहार में ऐसे लोगों तक आसानी से पहुंच बनाने के लिए ही वीआईपी पार्टी का अभ्युदय हुआ है। आज वीआईपी कार्यकर्ताओं के संघर्ष का ही परिणाम है कि वीआईपी की पहुंच गांवों तक है और लोग इस पार्टी से जुड़ते जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि संघर्ष वीआईपी की पहचान रही है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि निषादों को आरक्षण देने के लिए केंद्र सरकार को बाध्य किया जाएगा।आरक्षण के नाम पर आज तक राजनीति खूब हुई है। उन्होंने कहा कि जब अन्य राज्यों में निषादों को आरक्षण मिल सकता है तो उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में क्यों नहीं?
वहीं मीडियाकर्मियों के एक सवाल के जवाब में मुकेश सहनी ने कहा कि कि किसी पार्टी के नेता से व्यक्तिगत संबंध खराब नही है।पर मीटिंग में बुलाया उसे जाता है जो दोस्त होते है, ऐसे में मेरा अभी कोई दोस्त नहीं है। उन्होंने कहा कि वे अभी न महागठबंधन के साथ हैं और न एनडीए के साथ हैं, अभी वे मात्र वीआईपी के साथ हैं। अभी वे वीआईपी को बढ़ाने में लगे हैं।
विरोधियों पर तंज कसते हे सहनी ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग यह भूल जाते हैं पर सत्ता आती और जाती रहती है, लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्यों का ही उल्लेख ही बाद में होता है।