शिक्षकों का तबादला : 15 दिनों में 1.90 लाख से अधिक आवेदन, अंतिम 5 दिनों में हुए रिकॉर्ड आवेदन, डॉ. एस. सिद्धार्थ का भी आया बड़ा बयान
PATNA :बिहार शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक आयोजित ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। कुल 1,90,332 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें अधिकांश शिक्षकों ने घर और विद्यालय की दूरी के आधार पर स्थानांतरण की मांग की है।
स्थानांतरण के लिए मुख्य आधार:
1. घर और विद्यालय की दूरी:
सबसे अधिक 1,62,167 आवेदन घर और विद्यालय के बीच की दूरी कम करने के लिए किए गए। शिक्षक चाहते हैं कि उनका स्थानांतरण उनके घर के करीब के विद्यालयों में हो।
2. पति-पत्नी की पोस्टिंग :
दूसरे स्थान पर 16,356 आवेदन आए हैं, जिसमें शिक्षकों ने अपने जीवनसाथी के स्थान के पास ट्रांसफर की मांग की है। यह सुविधा उन दंपत्ति शिक्षकों के लिए है, जो एक साथ रहना चाहते हैं।
3. विशेष परिस्थिति : 760 आवेदन असाध्य बीमारियों के आधार पर किए गए। 2,579 शिक्षकों ने गंभीर बीमारियों का हवाला दिया। 5,575 आवेदन दिव्यांगता (शारीरिक अक्षम) के आधार पर हुए। 1,557 शिक्षकों ने मानसिक विकलांगता या ऑटिज्म के कारण आवेदन किया। 1,338 विधवा और तलाकशुदा शिक्षकों ने स्थानांतरण की मांग की।
अंतिम पांच दिनों में रिकॉर्ड आवेदन
स्थानांतरण प्रक्रिया के पहले 10 दिनों में लगभग 60,205 आवेदन आए थे लेकिन अंतिम पांच दिनों में 1.30 लाख से अधिक शिक्षकों ने आवेदन किए।
स्थानांतरण प्रक्रिया का शेड्यूल
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने बताया कि ठंड की छुट्टी के दौरान 25 से 31 दिसंबर तक स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। 1 जनवरी 2024 को स्कूल खुलने पर शिक्षक अपनी नई पोस्टिंग पर योगदान देंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि स्थानांतरण में दिव्यांग और गंभीर बीमारियों से पीड़ित शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी। खासतौर पर दृष्टिहीन और शारीरिक रूप से दिव्यांग शिक्षकों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। शिक्षकों ने स्थानांतरण के लिए 7 अलग-अलग कोटियों में आवेदन किया। सबसे अधिक संख्या घर के करीब विद्यालय की मांग और पति-पत्नी की पोस्टिंग के लिए रही। यह प्रक्रिया शिक्षकों के लिए जीवन में संतुलन लाने और बेहतर पठन-पाठन सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।