मेडिकल कॉलेज में सुसाइड : आर्थिक तंगी से परेशान मरीज ने दी जान, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
मधेपुरा : बीती रात मधेपुरा जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक मरीज ने एस-4 बिल्डिंग के 5 में तले पर रेलिंग से लटक कर आत्महत्या कर ली। मरीज बीते 7 दिनों से अस्पताल में भर्ती था और बीमारी और अपनी आर्थिक तंगी से काफी परेशान था।
जानकारी मिल रही है कि मृतक का नाम मुन्ना चौधरी है जो कि सुपौल जिला के पिपरा थाना क्षेत्र अंतर्गत थूमहा गावँ का निवासी था। वह लंबे समय से डायबिटीज सहित अन्य बीमार से पीड़ित था। मृतक की पत्नी नीलम देवी ने बताया कि एक तो बीमारी ऊपर से आर्थिक तंगी ने इनकी जान ले ली। बार-बार बेहोश हो रही पत्नी ने बताया कि चार साल से वे घर पर ही बैठे थे कुछ काम नही हो पा रहा था, 60 -70 हजार का कर्ज हो गया था। बेटी के शादी की भी चिंता थी। मृतक मुन्ना चौधरी को एकमात्र बेटा था जिसे 4 साल पहले स्कूल में बच्चों के साथ आपसी झगड़े में मार दिया गया था। वे अपने पीछे 2 बेटी और पत्नी को छोड़ गया है।
घटना के सम्बन्ध में मृतक के भाई ने बताया कि बीती रात करीब 8:30 बजे वे अकेले पेशाब करने के बहाने निकले और लौटकर नहीं आए। करीब आधे घंटे के बाद जब वे लोग खोजबीन शुरू किए तो किसी ने बताया कि S4 बिल्डिंग के पांचवी तल्ले पर रेलिंग से एक व्यक्ति लटक रहा है। आनन-फानन में जब वहां पहुंचे तो वह मेरे भाई मुन्ना चौधरी थे। वे गमछी के सहारे गाला में फंदा लगा कर रेलिंग से लटक गए थे।
मृतक के भाई अशोक चौधरी ने कहा हैं कि मुन्ना भैया बार-बार कहते थे मेरे बेटी का शादी तो तुम करवा दोगे ना, मेरे घर का तुम ख्याल रखोगे ना, भाभी का भी ध्यान रखना। उन्होंने बताया कि सुबह वे इस बात की जानकारी दे रहे थे कि रात में वे अकेले मेडिकल कालेज घूमे हैं। वे बार-बार कह रहे थे तुम मुझे कल नहीं देखोगे। मृतक के भाई ने बताया कि मुन्ना चौधरी पहले कबार का व्यवसाय करते थे जो कि कोरोना काल में बर्बाद हो गया। बाद में एक ऑटो भी खरीदा था लेकर वो भी नहीं चल पाया। जिस कारण वह लगातार घर में ही बैठे रहे और कर्ज का बोझ बढ़ता चला गया। इधर बीमारी भी कुछ अधिक ही परेशान कर रही थी।
वहीँ मेडिकल कॉलेज के उपाधीक्षक डॉक्टर अंजनी कुमार ने बताया कि 28 तारीख को मुन्ना चौधरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए थे उनका डायबिटीज काफी बढ़ा हुआ था यहां उनका सही तरीके से इलाज किया जा रहा था। उन्होंने घटना को दुखद बताया।