पटना में कल से मखाना महोत्सव : किसान, निर्यातक और वैज्ञानिक लेंगे हिस्सा, खेती-बाड़ी की नई-नई जानकारी ले सकेंगे किसान
पटना :बिहार में मखाना किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए बिहार सरकार लगातार प्रयासरत है. मखाना के उत्पादन में वृद्धि और उसके बाजार के नए आयाम तलाशने की कोशिश ही. इसके लिये पटना में कल से दो दिवसीय मखाना महोत्सव मनाया जा रहा है. इस राष्ट्रीय मखाना उत्सव में देशभर के निर्यातकों और ट्रेडर्स को पटना बुलाया गया है. शनिवार और रविवार को होने वाले राष्ट्रीय मखाना महोत्सव में कई राज्यों के प्रतिनिधि आयेंगे. मखाना उत्सव मनाने की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है. इस उत्सव में किसानों के सामने देश भर के निर्यातक और ट्रेडर्स मौजूद रहेंगे.
बिहार में मखाना की खेती
इस महोत्सव का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर मखाना के उत्पादन में वृद्धि और बाजार के नए आयाम की तलाश की जाएगी. इस महोत्सव में प्रगतिशील किसानों एवं उत्पादक कंपनी, निर्यातकों, ट्रेडर्स, वैज्ञानिक सहित कई लोगों आमंत्रित किया गया है. उल्लेखनीय है कि मखाना उत्पादन में वृद्धि के साथ ही बाजार में उचित मूल्य पर उपलब्धता की दिशा में विभाग काम कर रहा है. बिहार में मखाना उत्पादन भारत के कुल उत्पादन का 85 प्रतिशत है. मखाना का उत्पादन मुख्य रूप से बिहार के दरभंगा, मधुबनी, मधेपुरा, फारविसगंज, सीतामढी, सहरसा, कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, अररिया, किशनगंज, बेगुसराय, शिवहर में होता है. बिहार में मखाना का कुल उत्पादन क्षेत्र लगभग 10,000 एकड़ है. राज्य सरकार एवं मखाना अनुसंधान संस्थान की पहल का परिणाम है कि वित्तीय वर्ष 2012-13 की तुलना में वित्तीय वर्ष 2021-22 में मखाना के रकबा में 171 प्रतिशत और मखाना उत्पादन में 152 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. मखाना की खेती में प्रति हेक्टेयर लगभग 25 हजार रुपए की लागत आती है. मखाना तैयार कर बेचने पर प्रति हेक्टेयर लगभग 70,000 (सत्तर हजार) का मुनाफा होता है.
मखाना महोत्सव में क्या होगा ?
विभिन्न ग्रेड के मखाना और मखाना उत्पाद का प्रदर्शन किया जाएगा.
क्रेता-विक्रेता को एक साथ मिलने का मौका मिलेगा.
मखाना पॉपिंग का लाइव प्रदर्शन किया जाएगा.
मखाना उत्पादन में वृद्धि, पैकेजिंग, हार्वेस्टिंग और पापिंग में मशीन का उपयोग आदि की तकनीकी जानकारी किसानों को दी जाएगी.
मखाना के विभिन्न उत्पादों के लिए अलग-अलग स्टाल लगाए जाएंगे
डिजिटल मार्केटिंग पर होगी चर्चा
इस महोत्सव में पौष्टिक पदार्थ मखाना की डिजिटल मार्केटिंग पर भी चर्चा होगी. ध्यान रहे कि ऐसा होने पर मखाना के किसानों को काफी फायदा होगा. सरकार उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए कई तरह के प्रयास कर रही है. मखाना किसानों को इस आयोजन से काफी लाभ होने के साथ मार्केटिंग के नए आयाम की जानकारी मिलेगी. बिहार सरकार की ओर से देश भर से निर्यातकों को बुलाया गया है