JHARKHAND NEWS : समरसता और सद्भाव के लिए लोहरदगा रहा है प्रसिद्ध


लोहरदगा:-दुर्गा पूजा को लेकर जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक नगर भवन लोहरदगा में आयोजित हुई। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि दुर्गा पूजा धर्म का अधर्म पर, सत्य का असत्य पर और वर्तमान परिपेक्ष्य में सफाई की गंदगी पर जीत है। एक नागरिक को जागरूक, संवेदनशील और उत्सकु होना चाहिए, यही धर्म है। लोहरदगा जिला का इतिहास बहुत ही गौरवशाली रहा है। हमारे देश की परंपरा भी गंगा-जमुना वाली रही है। इसलिए सभी धर्म व समुदाय के लोगों को त्यौहार आपस में मिलकर मनाना चाहिए। सभी पर्व-त्यौहार किसी धर्म या समुदाय विशेष का नहीं बल्कि सभी का है।
जिन अवसरों पर जिला प्रशासन की टीम मौजूद नहीं रहती है उन अवसरों पर आम नागरिक ही जिला प्रशासन के आंख, नाक व कान होते हैं। उनके द्वारा दी गई सूचनाएं महत्वपूर्ण होती हैं। पर्व-त्यौहारों को लेकर माननीय उच्चतम न्यायालय, केंद्र व राज्य सरकार ने विभिन्न दिशा-निर्देश जारी किये हैं जिनका अनुपालन पूजा समितियों व आयोजकों को करना है। जो भी लाइसेंसी पंडाल हैं, वहां सीसीटीवी जरूर लगाएं। नगर क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे सप्ताह के सभी दिन व चौबीसों घंटे क्रियाशील हैं। पूजा पंडाल में अग्निशामक यंत्र अवश्य रखें। पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम अनिवार्य है। रात10बजे से सुबह छह बजे तक डीजे का इस्तेमाल पूर्णतः निषेध रहेगा। तोरण द्वार बनाये जाने की स्थिति में मुख्य पथ की चौड़ाई का ध्यान रखें ताकि वाहन आसानी से आना-जाना कर सकें।
फायर ब्रिगेड वाहन व एंबुलेंस का आसानी से आवागमन हो सके। पूजा पंडाल का निर्माण करते समय बिजली के तारों का ध्यान रखें। आगामी पर्व-त्यौहारों को देखते हुए फूड इंस्पेक्टर लोहरदगा द्वारा मिठाई के सैंपल व दूध के उत्पादों की नियमित जांच की जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। किसी भी असामाजिक तत्व की पहचान किये जाने के उपरांत उसे पुलिस प्रशासन को अवश्य सौंपें ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। पूजा पंडालों प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध रहेगा। कूडे का प्रबंधन के लिए डस्टबीन अवश्य रखें।