कोयला धंधेबाजों का काला खेल जारी : पुलिस ने बेरमो के जंगल में छापेमारी कर किया 35 टन कोयला बरामद

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बेरमो: बोकारो के बेरमो में कोयला तस्करों का काला खेल हो रहा है. कोयला तस्कर रात के अंधेरे में इस कृत्य को अंजाम देते हैं. जारंगडीह में खुलेआम कोयले की तस्करी और चोरी हो रही है.पुलिस और सीसीएल के सुरक्षाकर्मियों ने छापेमारी कर जंगल में छुपाकर रखा गया 35 टन कोयला जब्त किया है.

दरअसल इस काम में माहिर चोर रात के अंधेर में कोयला चोरी करके जंगल में छुपा देते हैं.इसके बाद फिर इसे कोयले की मंडियो में भेजते हैं. यानी कोयले की तस्करी की जाती है. एक तरह से कहें तो ये खेल खुलेआम हो रहा है. यह सारा एपिसोड कोयला नगरी बेरमो के जारंगडीह का है. जहां सीसीएल वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर के नजदीक जंगल में गैरकानूनी तौर पर जमा करके रखा गया था. सोचिए लगभग 35 टन अवैध कोयला जब्त किया गया,जिसे जेसीबी मशीन से उठाकर ट्रकों में लादकर सेन्ट्रल कोल फिल्ड लिमिटेड यानि सीसीएल को सुपुर्द किया गया.

काले हीरे यानि कोयले का काला खेल तो लंबे समय से यहां बदस्तूर चलता आ रहा है.यह सिलसिला सा बन गया है. इसको लेकर लगातार धर पकड़ी और छापेमारी भी की जाती है,लेकिन ये कोयला चोरी और तस्करी के खेल पर लगाम नहीं लगती है. सवाल है कि राष्ट्रीय संपत्ति की निगेहबानी के लिए अलग से सुरक्षा विभाग हैं.एक पूरा अमला इसके लिए मौजूद है. तो फिर इसकी चोरी-तस्करी क्यों नहीं रुकती. क्या महज दिखावे के लिए छापेमारी की जाती है. मानों अपना काम ये फिर कहे ड्यूटी निभा दी गई है. हालांकिइस पर कई सवाल पहले भी उठते रहे हैं औऱ अभी भी उठ रहे हैं.

बेरमो की पहचान कोयलानगरी के तौर पर है. यहां का कोयला दूर-दूर तक जाता है. लेकिन यहां कोयले की तस्करी औऱ चोरी भी फितरत सी बन गई है.एक शगल सा बन गया है. सवाल यह है कि आखिर ये कब रुकेगी.कब इस पर पूरी तरह से लगाम लगेगी और कब हमारे मुलाजिम,खुद सीसीएल प्रबंधन राष्ट्रीय संपत्ति को बचाने के लिए आगे आने की जहमत उठायेगी. क्योंकि ये तो सच है कि अगर प्रशासनिक अमला एकजुट होकर अपनी इच्छाशक्ति दिखा दे तो मजाल नहीं है कि कोयले की एक छटाक चोरी और तस्करी कोई कर सके. क्योंकि आए दिन ऐसी छापेमारी की खबरें तो आती है. लेकिन पूरी तरह कभी लगाम नहीं लगती. जो अपने आप में एक दिखावे भर ही लगता है.

अब तो लोगों को भी ये सब देखते-देखते आदत सी हो गयी और एक जमाना भी बीत गया है. देखना यही है कि इस पर कब पूरी तरह से ब्रेक लगेगा.

बेरमो से पंकज कुमार की रिपोर्ट--