जिंदा बहन की निकली अर्थी... : भाई ने चिता को लगाई आग, थम नहीं रहे मां के आंसू

Edited By:  |
jinda bahan ki nikli arthi, gharwalon ne arthi ko diya kandha jinda bahan ki nikli arthi, gharwalon ne arthi ko diya kandha

पूर्णिया : भाई ने अपनी सगी बहन के जिंदा रहते ही उसकी अर्थी निकाल कर हर शख्स को हैरानी में डाल दिया। जिस किसी ने भी यह वाक्या सुना सभी हतप्रभ रह गया। दरअसल बहन की शादी की तैयारी में जुटे भाई को जब अपनी जान से प्यारी बहन के हरकतों का पता चला तो वह आग बबूला हो गया और फिर रीति रिवाज के साथ बहना का त्याग कर दिया।


मामला पूर्णिया का बताया जा रहा है जहां टीकापट्टी गांव के संगीता देवी पति स्व. सुबोध गुप्ता की पुत्री स्वीटी, जो शादी की पूर्व संध्या पर अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई। स्वीटी के कृत्य से घरवाले इतने आहत हुए कि उन्होंने निर्णय लिया कि वे अब स्वीटी से कोई रिश्ता नहीं रखेंगे, वह उनके लिए सदा के लिए मर चुकी है। कुछ इसी को लेकर उन्होंने समाज में एक नया संदेश तथा लगातार मां-बात के अरमानों का गला घोंटते देख निर्णय लिया कि स्वीटी का अंतिम-संस्कार कर दिया जाए, ताकि इससे आनेवाली पीढ़ी सबक ले।

जिसके बाद भाई ने मौके पर बहन की अर्थी सजाई, उसपर स्वीटी का पुतला बनाकर रखा गया तथा चार कंघों पर लेकर उसके स्वजन टीकापट्टी कोसी धार स्थित श्मशान घाट के किनारे पहुंचे। इकलौते भाई बिहारी ने उतरी पहनी तथा स्वजनों के साथ चिता सजाकर अपनी बहन को मुखाग्नि दी। इतना ही नहीं उसने अपनी बहन की याद की हर चीज को चिता पर रख उसे आग के हवाले कर दिया।

वहीँ बताया जा रहा है कि पिता के मौत के बाद भाई ने पूरे घर की जिम्मेदारी अपने कंधे पर संभल रखी थी। खुद मेहनत मजदूरी कर बहन को पढ़ाया लिखाया और जब उसकी शादी उसकी मर्जी से तय कर दी तो वो शादी के पहले एक दिन वो प्रेमी संग फरार हो गई। जब से उसकी लाडली स्वीटी घर से भागी है, तबसे उसकी मां के आंखों से आंसू नहीं सूख रहे हैं। वह बस रोये चली जा रही है।


Copy