JHARKHAND NEWS : लोदना में अवैध कोयला तस्करी, प्रशासनिक लापरवाही और माफिया गठजोड़ से बढ़ता संकट

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JHARIA : लोदना ओपी क्षेत्र में कोयला तस्करी की समस्या एक बार फिर जोर पकड़ चुकी है और यह अवैध कारोबार डंके की चोट पर पूरी हनक के साथ जारी है। कई स्तर की सख्ती और रोकथाम के बावजूद, इलाके में कोयले की तस्करी के हालात सुधरते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं। विशेष रूप से 12 नंबर जंगल के आस-पास, जहां यह तस्करी सक्रिय रूप से हो रही है, वहां कोल माफिया, पुलिस प्रशासन, सीआइएसएफ और संबंधित कोल कंपनियों के बीच मिलीभगत की अटकलें लगाई जा रही हैं।

स्थानीय सूत्रों के मुताबिक लोदना इलाके में एक संगठित सिंडिकेट काम कर रहा है, जिसके तहत अवैध कोयला बड़े वाहनों के जरिए बाहर भेजा जा रहा है। इस कारोबार में कई छोटे वाहन, जैसे कि हाइवा, मिनी हाइवा, 407 मालवाहक, पिकअप वैन, स्कूटर और मोटरसाइकिल शामिल हैं। ये वाहन दिनभर अवैध कोयला इकट्ठा कर इसे बड़े वाहनों से बाहर भेजने का काम करते हैं। सुशी आउटसोसिंग के माध्यम से कोयला माफिया सैकड़ों छोटे-छोटे अपराधियों को कोयले की तस्करी के लिए काम पर लगाता है। जानकारी के अनुसार इस तस्करी के प्रमुख सरगना रंजय सिंह, गणेश पासवान और मुकेश सिंह हैं, जिनके नेतृत्व में कोयला तस्करी का यह सिंडिकेट काम कर रहा है। इन अपराधियों के इशारे पर ही अवैध रूप से कोयला बाहर भेजा जा रहा है, जिससे क्षेत्र में एक बड़ी अवैध अर्थव्यवस्था का निर्माण हो चुका है।

यह स्थिति साफ तौर पर दर्शाती है कि अवैध कोयला तस्करी से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। प्रशासन और संबंधित संस्थाओं को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। केवल स्थानीय पुलिस और सुरक्षा बलों के प्रयास से इस समस्या पर काबू पाना मुश्किल हो सकता है, जब तक कि सरकार और स्थानीय प्रशासन का समन्वय बेहतर नहीं हो।