जान जोखिम में : रेलवे प्रशासन द्वारा वर्षों पुरानी सड़क को बन्द कर देने की वजह से स्थानीय लोगों को हो रही काफी परेशानी
लोहरदगा:खबर हैलोहरदगा की जहां रेलवे प्रशासन ने वर्षों पुरानी सड़क को बन्द कर दिया है जिससे स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ गई है. छात्र-छात्राएं रेलवे क्रॉसिंग को लांघ कर स्कूल जा रहे हैं. छात्र और अभिभावक रेलवे ट्रैक लांघने को मजबूर हैं.
ये तस्वीर है लोहरदगा शहरी क्षेत्र के लोहरदगा से रिचुघुटा,किस्को मार्ग में बने रेलवे लाइन की जहां हर दिन स्कूली छात्रों के साथ-साथ स्थानीय ग्रामीण रेलवे लाइन को लाँघने को मजबूर हैं. रेलवे प्रबंधन ने मानव रहित फाटक को बन्द कर सबवे बना दिया है जिससे ये परेशानी उतपन्न हो गई है.
स्थानीय लोगों ने सड़क बन्द किये जाने को लेकर रेलवे प्रबंधन से लेकर विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री सचिवालय को पत्र लिखकर पुराने सड़क को पुनः खोले जाने की मांग की है. बताया जाता है वर्षों पुरानी सड़क को बन्द होने से स्थानीय लोगों के आवागमन से लेकर व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है.
रेलवे ट्रैक के दोनों साइड स्कूल है जहां स्थानीय गांव व शहरी क्षेत्र के बच्चे पढ़ते हैं. ऐसे में रेलवे प्रशासन के द्वारा सड़क बन्द कर सबवे बना दिये जाने से5मिनट की सफर आधे घण्टे का हो गया है. यही वजह है कि स्कूली छात्र रेलवे ट्रैक लाँघने को मजबूर हैं.
वहीं श्मशान घाट तक जाने के लिए शव यात्रा को भी ले जाना मुश्किल हो गया है. हालांकि ग्रामीणों के पत्राचार के बाद रेलवे प्रबंधन ने आम सहमति को लेकर बैठक करने का आश्वासन दिया है. लेकिन समय निर्धारित नहीं होने से स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ गई है. स्थानीय लोगों ने रेलवे प्रबंधन से यहां की स्थिति को देखते हुए सड़क मार्ग को खोले जाने की मांग की है.