खटारा गाड़ी पर पुलिस की सवारी : हाईटेक सिस्टम की कबाड़ जीप , हादसे से बचाये भगवान
औरंगाबाद : तेज रफ्तार गाड़ियों पर सवार अपराधियों का पीछा बिहार पुलिस खटारा गाड़ियों से करती है। बॉडी में दरार, घिसी हुई टायर और बिना टेल लाइट वाली जीप बिहार पुलिस की पहचान है। क्राइम कंट्रोल का दावा करने वाली पुलिस संसाधनों का घोर अभाव झेल रही है और हाईटेक होने का हवा हवाई दावा ठोक रही है।
बिहार पुलिस की इस बदहाली का दुःख दर्द हम नहीं बिहार की औरंगाबाद पुलिस की ये जिप्सी खुद ही कर रही है। बिहार पुलिस को संसाधन युक्त बनाने के लिए सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन बिहार के औरंगाबाद का एक वीडियो सभी कयासों पर विराम लगा रहा है। दरअसल सोमवार को सड़क पर खड़ी एक स्कॉर्ट जीप की हालत ऐसी नजर आ रही है जैसे इसे अतिशीघ्र 'हॉस्पिटल के वेंटिलेटर की जरुरत हो'।
बताया जा रहा है कि औरंगाबाद में दिव्यांगो की रैली स्कॉट करने के लिए इस जीप को लगाया गया था। गौरतलब है कि सोमवार को अपनी तीन मांगों को लेकर जिले भर के दिव्यांग औरंगाबाद के गेट स्कूल मैदान से निकले थे। तभी कैमरे की नजर इस अनोखे जीप पर आई और फिर टिक गई इसकी बदहाली देख कर। इस गाड़ी का हाल बता रहा था कि यह खटारा ही नहीं महाखटारा कंडीशन में है।
खैर,सवाल तो यह है कि प्रतिदिन ट्रैफिक रूल का अनुपालन करा रहा और ट्रैफिक रूल को फॉलो नहीं करने वाले लोगों से भरी भरकम जुर्माना वसूल करने वाले परिवहन विभाग की नजर पुलिस की इस जीप पर क्यों नहीं पड़ती। इस पुलिस जीप का कोई रिकॉर्ड विभाग के ऑनलाइन साइट पर नही है। यानी कि पुलिस की यह गाड़ी 15 वर्ष ही नहीं उससे भी कई वर्ष पुरानी है और उसका उपयोग आज भी प्रशासन सारे नियमों के विरुद्ध जाकर कर धड़ल्ले से कर रहा है। अब देखना है कि वरीय अधिकारी इस मामले पर क्या कार्रवाई करते हैं।