ग्रामीण नदी का पानी पीने को मजबूर : झींकपानी के जोड़ापोखर गांव में पेयजल समस्या को बैठक आयोजित, 16 मार्च को ग्रामीण प्रखंड कार्यलय में करेंगे प्रदर्शन
चाईबासा : झींकपानी प्रखंड के जोड़ापोखर गांव में पेयजल समस्या को लेकर बैठक आयोजित की गई. पेयजल योजना को लेकर अब तक करोड़ो रुपये खर्च हो चुके हैं लेकिन इसको लेकर अब तक कोई काम नहीं हो सका है. पेयजल को लेकर ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है.
इस संबंध में जिला परिषद सदस्य जॉन मीरन मुंडा ने कहा कि पेयजल समस्या इतना बढ़ गया है कि लोग नदी का पानी पीने को मजबूर हो गए हैं. पंचायत चुनाव होने के बाद भी गांव में पेयजल समस्या दूर नहीं हो रही है. बल्कि योजना के नाम पर पैसे की लूट हो रही है. सभी जनप्रतिनिधि से लेकर पदाधिकारी कमीशन लेने में व्यस्त हैं.
उन्होंने कहा कि मैं जिला परिषद की बैठक में बात रखी लेकिन रखने नहीं दिया गया. जिला परिषद में सभी कमीशन लेने में ध्यान दिए हुए हैं. पंचायत चुनाव एक धोखा है. अगर जनता नहीं जागेगी तो आपके नाम पर योजना होंगी. लेकिन इसका लाभ आपको नहीं मिलेगा. पानी का समस्या पूरे जिले में है. Dmft फंड 28000 हजार करोड़ रु. होने के बाद भी जिला पेयजल की समस्या से जूझ रहा है. पेयजल योजना को लेकर अब तक करोड़ो रु. खर्च हो चुका है. हर घर नल, हर नल जल योजना अधूरा है. इसमें भी तांतनगर प्रखंड में ठेकेदार द्वारा 30 करोड़ रूपये का घोटाला हो चुका है. जल मीनार योजना में करोड़ों का लूट हो गया है. बैठक में तय हुआ कि आगामी 16/03/2023 को प्रखंड कार्यलय में हंडी लेकर प्रदर्शन किया जायेगा.