'घर का भेदी लंका ढाए' : अपहरण कर मासूम को डेढ़ लाख में बेचा, सगा चाचा ही निकला साजिशकर्ता

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NAWADA : 'घर का भेदी लंका ढाए' ये कहावत तो आपने सुनी होगी। ये चरितार्थ होती दिखी नवादा में, जहां चंद पैसों के लालच में चाचा ने ही अपने सगे भतीजे का सौदा कर दिया। मिर्जापुर मोहल्ले से एक 4 माह के मासूम बच्चे को उसके चाचा ने ही अपहरण कर डेढ़ लाख में बेच दिया। सूचना के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने दो दिनों में बच्चे को सकुशल बरामद कर मामले का पर्दाफाश कर दिया है।

नवादा एसपी डॉ गौरव मंगला ने बताया कि 4 अक्टूबर को अपहृत बच्चे के पिता द्वारा नगर थाना में घटना की रिपोर्ट कांड संख्या 1133/22 भादवि 363/385 दर्ज कराई गई थी।मामले का अनुसंधान के क्रम में बच्चे के चाचा चंदन वर्मा जो गया जिले का रहने वाला है उसे झारखंड के पतरातू से गिरफ्तार किया गया। उसने पूछताछ में बताया कि बच्चे को वर्धमान मेडिकल कॉलेज पावापुरी में गार्ड का काम करने वाले प्रवीण कुमार को दिया है।

एसपी मंगला गौरव ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पूछताछ में ये भी जानकारी मिली कि प्रवीण ने बच्चे को पावापुरी मेडिकल कॉलेज में काम करने वाले क्लर्क विश्वजीत कुमार को दे दिया है। नि:संतान क्लर्क ने बच्चे को पैसे देकर खरीदा था। पुलिस ने क्लर्क के पावापुरी आवास से बच्चे को बरामद करते हुए दंपती शिवकांत और उसकी पत्नी सलोनी कुमारी को भी गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार तीनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है। बच्चे की सकुशल बरामदगी से उसके माता पिता खुश हैं। वहीं, पुलिस अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है।अपहृत बच्चे के पिता शशि कुमार का कहना है की उसका भाई चंदन शराबी किस्म का है। बच्चा मयंक को गोद में खेलाने के बहाने उसे अगवा कर लिया था।

नवादा से सन्नी भगत की रिपोर्ट ...