क्रिकेट जगत में शोक की लहर : भारत के पूर्व क्रिकेटर ने किया सुसाइड, अनिल कुंबले और गौतम गंभीर भी हैरान

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Former Indian cricketer David Johnson committed suicide Former Indian cricketer David Johnson committed suicide

David Johnson Death : क्रिकेट जगत के लिए एक बुरी खबर है कि भारत के पूर्व तेज गेंदबाज डेविड जॉनसन ने आत्महत्या कर ली है। इस खबर के सामने आने के बाद उनके क्रिकेट वर्ल्ड में शोक की लहर दौड़ गयी है। उनके फैंस हैरान और परेशान हैं। वे करीब 53 साल के थे।

अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से गिरने से हुई मौत

रिपोर्ट्स के मुताबिक 53 वर्षीय डेविड जॉनसन की 20 जून (गुरुवार) को अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से गिरने से मौत हो गई। माना जा रहा कि उनकी मानसिक स्थिति अच्छी नहीं थी, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या की। कोट्टानूर पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। फिलहाल कोट्टानूर पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।

बेंगलुरु में गुरुवार सुबह डेविड जॉनसन ने अंतिम सांसें ली। 16 अक्टूबर 1971 को जन्मे डेविड जॉनसन ने भारत की तरफ से 1990 के दौरान इंटरनेशनल क्रिकेट खेला। उन्होंने 1996 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की तरफ से टेस्ट डेब्यू किया था और अपने करियर में कुल 2 ही टेस्ट मैच खेले।

क्रिकेट जगत में पसरा मातम

डेविड जॉनसन के निधन पर जय शाह के साथ-साथ अनिल कुंबले, गौतम गंभीर ने भी दुख जाहिर किया है। पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने पोस्ट किया है. इस पोस्ट में अनिल कुंबले ने लिखा है- क्रिकेट जगत के मेरे साथी डेविड जॉनसन की मौत की खबर से दुखी हूं, उनकी फैमली को सांत्वना. इसके अलावा सोशल मीडिया यूजर्स लगातार कमेंट्स कर डेविड जॉनसन पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

दाएं हाथ के तेज गेंदबाज डेविड जॉनसन ने भारत के लिए दो टेस्ट मैच खेले. इस दौरान उन्होंने 47.66 के एवरेज से 3 विकेट चटकाए. जॉनसन को वनडे मैच खेलने का मौका नहीं मिला. जॉनसन ने साल 1996 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली टेस्ट के जरिए अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया. जवागल श्रीनाथ के इंजर्ड होने के चलते उन्हें उस मैच में मौका मिला था।

डेविड जॉनसन ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में वेंकटेश प्रसाद के साथ गेंदबाजी की शुरुआत की। इसके बाद डेविड जॉनसन साउथ अफ्रीका के दौरे पर गए और पहला टेस्ट खेला। इस दौरे पर उनकी टीम इंडिया के मैनेजर मदन लाल से कहासुनी हो गयी, जिसके बाद उन्हें भारत वापस भेज दिया गया। तुनकमिजाजी की वजह से उनका करियर परवान नहीं चढ़ सका।