सिपाही भर्ती परीक्षा : EOU ने तेज की धांधली की जांच, जल्द कई और चेहरे होंगे बेनकाब, बन गया है स्पेशल प्लान
PATNA :बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में हुई धांधली मामले की जांच अब EOU यानी आर्थिक अपराध इकाई ने तेज कर दी है। अब इस मामले में न्यायिक हिरासत में जेल गए आरोपियों में से कुछ आरोपी को ईओयू रिमांड पर लेगी और पूछताछ कर अहम साक्ष्य और सबूत जुटाने की कोशिश करेगी।
जल्द ही हाथ लगेंगे कई अहम साक्ष्य
इस पूरे मामले में SIT चीफ मानवजीत सिंह ढिल्लो के मुताबिक कोर्ट से अनुमति लेकर सभी आरोपियों की मोबाइल की भी जांच की जाएगी। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में कई और अहम साक्ष्य हाथ लग जाए। SIT चीफ मानवजीत सिंह ढिल्लो का कहना है कि जल्द ही इस मामले में कई और चेहरे को बेनकाब किया जाएगा।
SIT का किया गया है गठन
गौरतलब है कि बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया। IPS मानवजीत सिंह ढिल्लो और सुशील कुमार के नेतृत्व में आर्थिक अपराध इकाई EoU की एसआईटी में 2 तेजतर्रार IPS अधिकारी, 6 डीएसपी, 13 इंस्पेक्टर, 2 अवर निरीक्षक शामिल हैं। इस एसआईटी के गठन के बाद अब सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले का सच सामने आने की उम्मीद है। इस परीक्षा में अब तक 22 जिलों में 74 एफआईआर दर्ज हुई थी।
1 अक्टूबर को राज्य के तमाम जिलों के सेंटर्स पर परीक्षा का आयोजन हुआ था लेकिन परीक्षा से पहले ही पेपर आउट होने के मामले आने के बाद इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। साथ ही 7 और 15 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा भी अगले आदेश तक कैंसिल कर दी गई थी। आपको बता दें कि 21 हजार से अधिक पदों पर परीक्षा होनी थी।