डिप्टी CM को नेता प्रतिपक्ष ने दी चुनौती : सम्राट चौधरी खूब बरसे नीतीश-तेजस्वी पर, बोले- NDA ने फसल लगायी वे काट रहे

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DARBHANGA :बिहार विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार उम्र के इस पड़ाव पर हैं कि अब उन्हें कुछ याद नहीं रहता है। सैद्धांतिक तौर पर राजनीति से अप्रासंगिक हो चुके हैं। वही उन्होंने तेजस्वी यादव को चुनौती देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव एक बड़ा निर्णय बताएं जो तीन महीने की सरकार ने लिया हो।

नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नियुक्ति पत्र वो उन्हीं को दे रहे हैं, जिसका रिजल्ट अगस्त से पहले आ गया था। चाहे वह पशुपालन विभाग का मामला हो। चाहे राजस्व कर्मचारियों का मामला हो, उर्दू शिक्षकों की बहाली हो या फिर आगे आने वाली शिक्षकों की बहाली का। सारी प्रक्रिया एनडीए की सरकार ने किया। वहीं उन्होंने कहा कि ये सारा फसल एनडीए सरकार ने लगाई। अब ये लोग उस फसल को काटने का प्रयास कर रहे हैं। बिहार की जनता सब कुछ जान रही है। यहां की जनता को इस सरकार से कोई उम्मीद नहीं है।

सम्राट चौधरी ने कहा कि ये लोग विकास क्या करेंगे। इन लोगों को विकास से कोई मतलब नहीं है। अगर इन्हें विकास करना होता तो पांच महत्वपूर्ण विभाग एक ही व्यक्ति के पास नहीं होता। सभी विभागों में काम करने के लिए अलग-अलग लोग लगाए जाते। लेकिन तेजस्वी यादव को किसी पर भरोसा नहीं है। वहीं उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को राष्ट्रीय जनता दल के किसी नेता पर भरोसा नहीं है। सिर्फ अपने आप पर भरोसा है। वहीं उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार को बीजेपी ने ही मुख्यमंत्री बनाया और दोनों ने दगा दिया। अब बीजेपी का अपना मुख्यमंत्री होगा। 2024 और 2025 में जनता सबको जवाब देगी।

आरजेडी और जेडीयू के विलय के सवाल पर सम्राट चौधरी ने कहा कि आरजेडी में तेजस्वी यादव किसी भी पद पर नहीं है। राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव जी है, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह है, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी है। लेकिन कोई पद पर नहीं रहने वाला व्यक्ति, को यह अधिकार दिया गया की वह पार्टी का झंडा बदल सकता है। इस पार्टी का नाम बदल सकते हैं। ऐसी पार्टी लोकतांत्रिक नहीं हो सकती, क्योंकि वहां के राजा का बेटा, लालू प्रसाद यादव जी राजा है और श्रीमती राबड़ी देवी जी रानी है, उनके बेटा होने के चलते न उनको यह दायित्व मिला है। तो लोकतांत्रिक पार्टी है नही।

इसलिए हम लोगों का प्रश्न है की जिस पार्टी ने यह प्रस्ताव लिया। तो वह जरूर कोई ना कोई खेला करने वाला है। अब नीतीश जी को बारे में हमने तो शुरू में ही कहा कि वह अब अप्रासंगिक हो चुके हैं। तो कोई ना कोई विलय का प्रस्ताव, या एक दूसरे की पार्टी में विलय का प्रस्ताव आ सकता है। यह सुशील मोदी जी ने कहा होगा। इस अवसर पर हेमंत झा , सुमन कुमार, मनोज यादव सहित कई गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।

दरभंगा से गिरीश कुमार की रिपोर्ट ...


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