चमकी बुखार पर आशा, ANM और सेविका रखेंगी नजर : अप्रैल के अंतिम सप्ताह से चलेगा अभियान, पढ़े पूरी खबर
मुजफ्फरपुर : राज्य सरकार गर्मी का प्रकोप शुरू होने के साथ ही चमकी बुखार से निपटने की कवायद तेज कर दी है। इसे लेकर लीची पैदावार वाले जिलों में अप्रैल के अंतिम सप्ताह से लेकर जून के अंतिम सप्ताह तक चमकी बुखार की रोकथाम को लेकर विशेष एहतियात बरती जाएगी। इन जिलों के लिए मार्गदर्शिका जारी की गई है।
इस दौरान आशा कार्यकर्ता एएनएम और आंगनबाड़ी सेविका चमकी बुखार पर नजर रखेंगी । लीची बागान के आसपास रहने वाले परिवारों के घरों का भ्रमण करेंगी। उन घरों पर विशेष ध्यान होगा जहां 15 साल तक के आयु वर्ग के बच्चे रहते हैं। ऐसे परिवारों को लीची से होने वाले नुकसान की जानकारी देंगी। साथ ही बच्चे को लीची का सेवन नहीं करने देने की भी सलाह देंगी। यह अभियान अप्रैल के अंतिम सप्ताह से लेकर जून के अंतिम सप्ताह तक चलेगा ।
किसको है खतरा.....
* 1 से 15 वर्ष तक के कुपोषित बच्चे।
* ऐसे परिवार जो लीची बगानों के नजदीक रहते हैं और लीची का सेवन करते हो।
* या फिर वैसे बच्चे जो लीची खाने के बाद बिना भोजन किए सो जाते हो।