Bihar News : नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ हड़ताल पर बस चालक, मुश्किल में यात्री, टोटो चालकों की चांदी

Edited By:  |
Reported By:
 Bus drivers on strike against new motor vehicle act  Bus drivers on strike against new motor vehicle act

NAWADA : नवादा के रजौली थाना क्षेत्र के NH-20 और SH-70 पर नए मोट व्हीकल कानून को लेकर बस और ट्रक ड्राइवरों का दूसरे दिन भी हड़ताल जारी है। इस कारण से स्नातक की चल रही परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्हें कॉलेज पहुंचने मे काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।


यात्रियों को पैदल यात्रा कर अपने मंजिल तक जाना पड़ रहा है। इसकी मुख्य वजह नये कानून में संशोधन के बाद बस और ट्रक ड्राइवर का आंदोलन है। इसके कारण नौकरी-पेशा वाले लोग भी अपनी ड्यूटी पर समय से नहीं पहुंच रह रहे हैं और जाम में अपनी निजी वाहन के साथ फंसे हुए दिख रहे हैं।


वहीं, रजौली न्यू बाईपास के पास ट्रक चालकों द्वारा टायर जलाकर रास्ता ब्लॉक किया गया है, जिसकी वजह से एंबुलेंस से जा रहे मरीजों और तिमारदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

बस और ट्रक चालकों के आंदोलन के कारण समेकित जांच चौकी पर वाहनों की आवाजाही नगण्य हो गई है, जिसके कारण परिवहन विभाग के डाटा ऑपरेटर को राजस्व प्राप्ति में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। डाटा ऑपरेटर शकील अहमद ने बताया कि 2 जनवरी के 12 बजे रात से 12 बजे दिन तक करीब 40 हजार रुपये राजस्व के रूप में परमिट और मैकेनिकल से प्राप्त हुई है। जबकि अन्य दिनों में करीब ढाई से पौने तीन लाख रुपये तक राजस्व की प्राप्ति होती थी लेकिन चालकों के इस आंदोलन के कारण जांच चौकी पर वाहनों के आवागमन में काफी गिरावट आयी है, जिसका नतीजा है कि राजस्व अन्य दिनों की अपेक्षा काफी काम प्राप्त हुआ है।

वहीं, यात्री बसों एवं अन्य वाहनों के हड़ताल पर होने के कारण टोटो संचालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूलते नजर आए। नरहट थाना क्षेत्र के शेखपुरा गांव निवासी मो. सद्दाम हुसैन ने कहा कि वे नववर्ष को लेकर रजौली अपने रिश्तेदार के यहां आए हुए थे। वहीं, मंगलवार की सुबह जब वे वापस अपने घर जाने को बस स्टैंड पहुंचे तो कोई गाड़ी नहीं मिली, जिसकी वजह से अपने साथ अपनी पत्नी एवं मां के साथ खड़े हैं।

हालांकि इस बीच टोटो चालकों की मौज है। टोटो चालकों द्वारा 600 रुपये से 700 रुपये लेकर रजौली से नरहट तक छोड़ने की बात कही जा रही है।