बोकारो में दिनदहाड़े फायरिंग : अपराधियों ने एक शख्स की गोली मारकर की हत्या, जांच में जुटी पुलिस

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बोकारो : बड़ी खबर बोकारो से है जहां हरला थाना क्षेत्र के सेक्टर 9 हटिया मोड़ भाजपा अल्पसंख्यक जिला कार्यालय के पास गुरुवार को अहले सुबह डिजायर सवार 3 एवं अपाची बाइक सवार दो अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना के बाद इलाके में अफरा तफरी का माहौल हो गया. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच में जुट गई है.

बताया जा रहा है कि बोकारो के हरला थाना क्षेत्र अंतर्गत सेक्टर 9 हटिया मोड़ के समीप अपराधियों ने शंकर रवानी नामक व्यक्ति को गोली मारकर हत्या कर दी. शंकर रवानी अपराधी किस्म का व्यक्ति था और वह सजा याफ्ता भी था. कई महीने पूर्व उसे हटिया मोड़ से नया मोड़ जाने के क्रम में बाइक सवार अपराधियों ने गोली मारी थी. इस दौरान शंकर रवानी को कमर में गोली लगी थी और वह बच गया था. लेकिन आज सुबह जिस प्रकार से अपराधियों ने बोकारो पुलिस को चुनौती देते हुए दिनदहाड़े इस शूटआउट को अंजाम दिया है. हम कह सकते हैं कि बोकारो शहरी इलाके में पुलिस का इकबाल पूरी तरह से खत्म हो चुका है.

घटना के संबंध में मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी रामदेव उरांव ने बताया कि शंकर रवानी अपने स्कॉर्पियो की वॉशिंग कर रहा था. इसी दौरान चंद्रपुरा की ओर से एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी आई और उसमें से दो लोग नीचे उतरे और सीधे पिस्टल से ताबड़तोड़ शंकर रवानी पर गोली चलाना शुरु कर दिया. इस दौरान शंकर रवानी जमीन पर गिर पड़ा. जमीन पर गिरने के बाद एक अपाची में सवार दो अपराधी मौके पर पहुंचे और अपाची के पीछे बैठे अपराधी ने पिस्तौल से शंकर रवानी के कनपटी पर गोली मार दी और मौके से नया मोड़ की तरफ भाग खड़े हुए.घटना के बाद मौके पर सिटी डीएसपी और हरला थाना की पुलिस पहुंच कर मामले की जांच शुरू कर दी है. वहींघायल शंकर रवानी को बोकारो जनरल अस्पताल पहुंचाया गया था जहां उसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.

घटना की वजह क्या है अभी तक पता चल नहीं पाया है. लेकिन जानकारी के मुताबिक बोकारो स्टील प्लांट के छाई ट्रांसपोर्टिंग सहित और कार्यों को लेकर लगातार विवाद उत्पन्न होता रहा है. यह घटना उसी की अदावत बताई जा रही है.

दिनदहाड़े हुए इस शूटआउट की घटना में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहा है क्योंकि पूर्व में शंकर रवानी पर हुई फायरिंग मामले का उद्भेदन आज तक नहीं हो पाया है.