BIHAR NEWS : शंटिंग के दौरान दो रेलवे कर्मी गंभीर रूप से घायल, 12 घंटे की ड्यूटी व्यवस्था पर फिर उठे सवाल


SAHARSA : रेलवे स्टेशन पर इंजन शंटिंग के दौरान दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें दो रेलवे कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के शिकार दोनों कर्मचारी ग्रुप डी के बताए जा रहे हैं, इनमें एक का नाम पंकज कुमार है जिनका पैर कट गया। जबकि दूसरे कर्मचारी मनोज प्रताप का एक हाथ बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, दोनों को प्राथमिक इलाज के लिए सहरसा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें पटना रेफर कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार यह हादसा तब हुआ जब दोनों कर्मचारी शंटिंग कार्य में लगे हुए थे, हादसे के तुरंत बाद वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि इस संबंध में कोई भी अधिकारी मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।
इस घटना के बाद एक बार फिर रेलवे में 12 घंटे की ड्यूटी व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि अत्यधिक ड्यूटी घंटों के कारण थकान, नींद की कमी और मानसिक तनाव जैसे कारक दुर्घटनाओं को जन्म दे रहे हैं। रेलवे यूनियनों और सामाजिक संगठनों ने लंबे समय से यह मांग उठाई है कि 12 घंटे की बजाय अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप अधिकतम 8 घंटे की ड्यूटी लागू की जाए। यूनियन नेताओं का कहना है कि यह केवल कर्मचारियों की सुरक्षा नहीं बल्कि उनके मानवाधिकारों से भी जुड़ा हुआ मुद्दा है। एक यूनियन प्रतिनिधि ने कहा रेलवे को चाहिए कि वह अपनी व्यवस्था की पुनर्समीक्षा करे और कर्मचारियों को सुरक्षित एंव मानवीय कार्य वातावारण प्रदान करे। इस हादसे ने जहां रेलवे की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं, वहीं कर्मचारियों की कार्य स्थितियों पर भी गंभीर मंथन की आवश्यकता महसूस कराई है।