BIHAR NEWS : ट्रैक पर अफसर, मैदान में मुकाबला, पटना में राष्ट्रीय स्तर का खेल महाकुंभ
पटना : बिहार को एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित खेल आयोजन की मेज़बानी का अवसर मिला है. ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज स्पोर्ट्स मीट2025–26का आयोजन13से15दिसंबर तक राजधानी पटना के कंकड़बाग स्थित पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में किया जाएगा. तीन दिवसीय इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देशभर से आए सिविल सेवक अपनी खेल प्रतिभा और प्रतिस्पर्धात्मक कौशल का प्रदर्शन करेंगे.
इस वर्ष प्रतियोगिता में कुल1,084प्रतिभागी भाग ले रहे हैं,जिनमें702पुरुष एथलीट, 328महिला एथलीट और54अधिकारी शामिल हैं. हरियाणा,गुजरात,हिमाचल प्रदेश,उत्तर प्रदेश,केरल,तमिलनाडु,महाराष्ट्र और कर्नाटक सहित कई राज्यों की भागीदारी ने आयोजन को राष्ट्रीय महत्व प्रदान किया है.
स्पोर्ट्स मीट के तहत एथलेटिक्स की विभिन्न स्पर्धाएँ आयोजित की जाएंगी,जिनमें रेस,शॉट पुट,हाई जंप,डिस्कस थ्रो,पोल वॉल्ट,जैवलिन थ्रो,रिले और हैमर थ्रो प्रमुख हैं. इसके साथ ही40से60वर्ष आयु वर्ग के वेटरन्स एथलीटों के लिए भी प्रतियोगिताएं रखी गई हैं,जिससे अनुभव और उत्साह का अनूठा संगम देखने को मिलेगा.
पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आधुनिक सिंथेटिक ट्रैक,थ्रोइंग एरिया और अन्य खेल सुविधाएँ उपलब्ध हैं. आयोजन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं,ताकि प्रतिभागियों को बेहतर और सुरक्षित खेल वातावरण मिल सके.
उल्लेखनीय है कि बिहार सरकार के प्रयासों से राज्य में खेल अवसंरचना को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है. खेल अकादमियों के विस्तार,प्रतिभा पहचान कार्यक्रमों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन योजनाओं के चलते बिहार के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं. ऐसे राष्ट्रीय आयोजन राज्य की खेल संस्कृति को नई गति देने के साथ-साथ खेल पर्यटन को भी बढ़ावा देते हैं.
इस आयोजन की संचालन समिति के ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी कला,संस्कृति एवं युवा विभाग,बिहार के प्रणव कुमार हैं,जबकि सचिव सह नोडल अधिकारी (एथलेटिक्स) के रूप में बिहार राज्य सड़क विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. उनके नेतृत्व में आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं.
बिहार सरकार ने सभी प्रतिभागियों, अधिकारियों और राज्य प्रतिनिधिमंडलों का स्वागत करते हुए आशा जताई है कि यह राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता खेल भावना, आपसी सौहार्द और एकता को और सशक्त करेगी.





