BIHAR NEWS : पटना पुस्तक मेला में जानो जंक्शन के EPIC शो में आयुक्त निमेष कुमार पराशर ने विजेता छात्रों को किया सम्मानित
पटना :गांधी मैदान में आयोजित भव्य पटना पुस्तक मेला2025के मुख्य मंच पर16दिसम्बर को जानो जंक्शन केEPICशो के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के पुरस्कार वितरण समारोह का गरिमामय आयोजन किया गया. समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पटना के आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर, IASउपस्थित रहे,जिन्होंने विजेता विद्यार्थियों को सम्मानित किया और उनसे आत्मीय संवाद भी किया.
समारोह की शुरुआत में अनिमेष कुमार पराशर ने अपने उद्बोधन में कहा—“जब भी मैं पटना पुस्तक मेला आता हूँ,मैं इसे किसी ज़िम्मेदार पद पर बैठे अधिकारी के रूप में नहीं,बल्कि एक विद्यार्थी की तरह देखता हूँ. सीखने की कोई उम्र नहीं होती—जो भी सीखने और आगे बढ़ने के लिए खुला है,वह मेरे लिए युवा है.”
उन्होंने भारत की गौरवशाली नालंदा विश्वविद्यालय परंपरा का उल्लेख करते हुए ज्ञान,जिज्ञासा और सतत अध्ययन की संस्कृति को आत्मसात करने का संदेश दिया.
इस अवसर पर उन्होंने जानो जंक्शनEPICशो के अंतर्गत आयोजितEPICकलाकार (पेंटिंग), EPICकहानीकार (स्टोरी राइटिंग), EPIC BizChamps, EPICरील चैलेंज,डिबेट,औरFestival of Bandsजैसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले सैकड़ों विद्यार्थियों की खुले मन से सराहना की. उन्होंने कहा कि ऐसे मंच विद्यार्थियों के आत्मविश्वास,रचनात्मक सोच और नेतृत्व क्षमता को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
समारोह में विभिन्न आयु वर्गों के विजेता विद्यार्थियों को मेडल,प्रमाण पत्र और प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए गए. मंच पर विद्यार्थियों की उपलब्धियों की घोषणा के साथ तालियों की गूंज और उत्साहपूर्ण माहौल देखने को मिला. अभिभावकों और शिक्षकों ने भी छात्रों की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया.
जानो जंक्शन के सीईओ क्षितिज चौधरी ने कहा—
“EPICशो का उद्देश्य केवल प्रतियोगिता कराना नहीं,बल्कि छात्रों को ऐसा मंच देना है जहाँ वे अपनी प्रतिभा को पहचान सकें,सीख सकें और आगे बढ़ने का आत्मविश्वास हासिल करें. आज का यह पुरस्कार वितरण समारोह विद्यार्थियों की मेहनत और उनकी रचनात्मक ऊर्जा का उत्सव है.”
पटना पुस्तक मेला2025के अंतर्गत जानो जंक्शनEPICशो ने शिक्षा,कला,नवाचार और अभिव्यक्ति को एक साझा मंच पर लाकर यह संदेश दिया कि सीखना एक सतत यात्रा है—और सही मार्गदर्शन व प्रोत्साहन मिले तो हर छात्र असाधारण कर सकता है.
पटना से अंकिता की रिपोर्ट--





