BIHAR POLITICS : बिहार भ्रष्टाचार और बेरोजगारी पर टाईम बम बैठा हुआ है, मुख्यमंत्री जी भ्रष्टाचार के मामले पर धृतराष्ट्र की तरह कार्य कर रहे हैं: तेजस्वी प्रसाद याद


पटना:-नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने अपने आवास एक पोलो रोड, पटना में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में एनडीए सरकार ये क्यों नहीं बताती है कि वह प्रतिदिन बिहार के तिजोरी से 65 करोड़ रूपया कर्ज के रूप में अदा कर रही है। इन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस बात का जवाब मांगा है कि वो स्वयं सामने आकर जवाब दें कि घोषणा पर घोषणा तो कर रहे हैं लेकिन बिहार की जनता पर बोझ भी डाल रहे हैं। अगर नीतीश कुमार जी बेसुध और अचेत नहीं हैं तो वे हमारे सवालों का जवाब दें, क्योंकि बिहार की जनता यह जानना चाहती है कि नकलची सरकार तेजस्वी के वीजन का नकल तो कर रही है लेकिन उसके लिए उनके पास पूरा डाटा और प्लान क्या है, यह स्पष्ट नहीं कर रही है। जहां डबल इंजन सरकार ने 20 साल बाद महिलाओं को प्रतिदिन के हिसाब से 1 ₹38 पैसा दिया है।
इन्होंने कहा कि नकलची सरकार बताइए कि बिहार का बजट जब 03 लाख 17 हजार करोड़ का था और जुलाई में 58 हजार करोड़ के सप्लीमेंटली बजट को जोड़ दें तो दोनों मिलाकर बिहार का टोटल बजट 03 लाख 95 हजार करोड़ हो गया है, जिसमें 02 लाख करोड़ का कमिटेड एक्सपेंडीचर है। जब टोटल फंड 01 लाख 95 हजार करोड़ का बना है तो स्कीम चलाने के लिए राजस्व प्राप्ति कितना है? 01 लाख 95 हजार करोड़ रूपये से पुल, पुलिया, रोड, बिल्डिंग बनाने में क्या खर्च हुए? मई, 2025 से लेकर सितम्बर, 2025 तक प्रधानमंत्री जी द्वारा 01 लाख 15 हजार करोड़ की योजना की घोषणा की गई है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिसम्बर, 2024 में अपनी यात्रा के क्रम में 50 हजार करोड़ की घोषणा की थी। अब विगत महीने में मुख्यमंत्री ने जो घोषणाएं की है उन पर कुल लाख 08 हजार 729 करोड़ रूपये का व्यय होगा। उनका विज़न क्या है, इस बजट का प्रबंधन नीतीश कुमार कैसे करेंगे? इसका जवाब मुख्यमंत्री जी अवश्य दें। बिहार में राजस्व कैसे बढ़ेगा, इस संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बुद्धिजीवी मीडिया और अन्य लोग पूछकर बतायें कि सरकार के स्तर से राजस्व बढ़ाने के लिए कौन से उपाय किये जा रहे हैं?
तेजस्वी ने आगे कहा कि 20 साल के राज बाद एनडीए सरकार द्वारा महिला रोजगार योजना अंतर्गत जो 10 हज़ार दी गई है वो साल में 500 रूपये के करीब निकलेगा। हर महीने का 41 रूपये 66 पैसा और एक दिन का 01 रूपया 38 पैसा दिया जा रहा है। मतलब डबल इंजन सरकार ने 20 साल राज करने के बाद बिहार के बच्चों का भविष्य और वर्तमान दोनों छीन लिया है। 01 रूपये 38 पैसा के षड्यंत्र में बिहार की जनता फंसने वाली नहीं है।
राज्य सरकार 71 हजार करोड़ के सीएजी के मामले का हिसाब-किताब नहीं दे रही है और इस मामले में सरकार के स्तर से मुख्यमंत्री कोई जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं? देश के प्रधानमंत्री से राज्य सरकार रिश्वत दिलवा रही है। प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद दिया कि उन्होंने 01 रूपये 38 पैसा के बल पर बिहार के वर्तमान और भविष्य को बर्बाद करने का ठेका लिया है।
तेजस्वी ने आगे कहा किDK छाप अधिकारी ज्यादा डरे हुए हैं। बिहार का तिजोरी खाली हो रहा है। पटना के सरकारी भवनों के साफ-सफाई,झाड़ू-पोछा के लिए निजी कंपनियों को ठेका देकर 700 करोड़ रूपये खर्च हो रहे हैं। संगठित और खुदरा भ्रष्टाचार रिकार्ड कायम किये हुए है। भ्रष्टाचार के धृतराष्ट्र नीतीश कुमार बने हुए हैं। बिहार में इंजीनियर के हाथ सैंकड़ों करोड़ रूपये मिल रहे हैं। शिक्षा विभाग के पदाधिकारी के यहां करोड़ों रूपये मिले। बिजली विभाग के जुनियर इंजीनियर के यहां करोड़ों रूपये मिले लेकिन कार्रवाई क्या हुई ये सब लोग जानते हैं।
इन्होंने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचारियों की सूची तैयार कर रहे हैं और सारे भ्रष्टाचारियों की सूची जल्द ही सार्वजनिक करेंगे और सारे मामले को जनता के बीच में लाने का कार्य करेंगे। सीबीआई, ईडी क्या काम कर रही है और इनलोगों को संरक्षण कौन दे रहा है ये बताना चाहिए। सूचना जनसम्पर्क विभाग के द्वारा विज्ञापन पर हज़ारों करोड़ रूपये लुटाए जा रहे है।
बिहार भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के टाईम बम पर बैठा हुआ है। 2020 में इन्हीं भ्रष्ट पदाधिकारियों ने विपक्ष को हरवाने का काम किया था। इस बार जनता पूरी से सचेत और मुस्तैद है। 2020 में मुख्यमंत्री ने कैबिनेट के प्रस्ताव के माध्यम से जो वादे किये थे उसका क्या हुआ। मुख्यमंत्री जी अगर सक्षम हैं तो स्वयं इसका जवाब दें।
आगे कहा कि हमारी सरकार आयेगी तो महिलाओं को सलाना 30 हजार रूपये दिये जायेंगे और उनके साथ आर्थिक न्याय होगा। इन्होंने नीतीश सरकार के घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने नीतीश कुमार के 32 घोटाले का अपने भाषण में जो जिक्र किया था उसका वीडियो पत्रकारों को दिखाते हुए पूछा कि इनसब घोटालों पर अब प्रधानमंत्री जी चुप क्यों हैं? सीबीआई, ईडी और अन्य एजेंसियां कहां हैं? क्या इन सब घोटालों का पैसा रिकवर हुआ? प्रधानमंत्री जी ने किसी को सजा दिलवाया। जो चीजें प्रधानमंत्री जी ने सामने लाये थे क्या उस पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। सत्ता के लिए समझौतावादी राजनीति से स्पष्ट होता है कि भ्रष्टाचार पर मोदी और नीतीश ने समझौता कर लिया है, जो बिहार के हित में नहीं है।
संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल, राजद संसदीय दल के नेता अभय कुमार कुशवाहा, सांसद डॉक्टर सुरेन्द्र प्रसाद यादव, पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता, शिवचन्द्र राम, सांसद संजय यादव, एमएलसी फारूख शेख, शक्ति सिंह यादव एवं एजाज अहमद उपस्थित थे।