BIG NEWS : बिहार के सरकारी स्कूलों की होगी रैंकिंग, शिक्षा विभाग के ACS ने जारी किया नया फरमान, जानिए कैसे तय होगा शिक्षकों का परफॉर्मेंस

Edited By:  |
Bihar government schools will be ranked Bihar government schools will be ranked

PATNA :बिहार के सरकारी स्कूलों का कायाकल्प करने के लिए नीतीश सरकार ने बड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने अब नया फरमान जारी किया है और सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया है।

बिहार के सरकारी स्कूलों की होगी रैंकिंग

जी हां, अब बिहार के सभी सरकारी स्कूलों की रैंकिंग होगी। बिहार एडुकेशन डिपार्टमेंट ने ये बड़ा फैसला लिया है कि सभी सरकारी स्कूलों की साल में एकबार फिर नहीं बल्कि दो-दो बार रैंकिंग होगी। इन स्कूलों की रैंकिंग से ही टीचर्स की रैंकिंग भी तय होगी। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र जारी किया है। इसके आधार पर ही टीचर्स का परफॉर्मेंस भी तय होगा। जानकारी के मुताबिक नवंबर और मार्च के महीने में रैंकिंग जारी की जाएगी।

ACS ने जारी किया नया फरमान

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने पत्र में लिखा है कि उनके द्वारा 8 अगस्त को इस वर्ष 'शिक्षक मार्ग-दर्शिका' निर्गत किया गया है, जिसमें शिक्षा की गुणवत्ता कैसे उत्कृष्ट हो, इसके लिए विस्तृत दिशा-निर्देश है। इसी क्रम में प्राथमिक/मध्य और माध्यमिक/ उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए अलग-अलग रैंकिंग के लिए प्रपत्र तैयार किए गए हैं।

शिक्षा विभाग के ACS डॉ. एस सिद्धार्थ ने जारी आदेश में कहा है कि स्कूल की विभिन्न गतिविधियों जिसमें पढ़ाई, संसाधन का उपयोग, साफ-सफाई, हाइजीन, शिकायत दूर करने के साथ-साथ अन्य एडुकेशनल पॉइंट पर मार्क मिलेंगे। स्कूल की रैंकिंग के लिए अंक निर्धारित किए गए है। 100 अंक लाने वाले स्कूल टॉप रैंकिंग में शामिल होंगे। दो या दो से अधिक स्कूल बराबर अंक लाते हैं तो एक साथ कई स्कूल टॉप पर रहेंगे।

रैंकिंग से स्कूल टीचर्स का तय होगा परफॉर्मेंस

शिक्षा विभाग ने कहा है कि रैंकिंग से स्कूल टीचर्स का परफॉर्मेंस तय होगा। सभी शिक्षकों के सलाना मूल्यांकन रिपोर्ट स्कूल के परफॉर्मेंस पर तय होंगे। इस पर पहले भी आदेश जारी किया गया था, जिसमें शिक्षा की गुणवत्ता कैसे उत्कृष्ट हो, इसके लिए विस्तार से दिशा-निर्देश दिए गए थे।

डॉ. एस. सिद्धार्थ ने अपने निर्देश पत्र में कहा है कि कुल 100 अंकों की रैंकिंग होगी. इसमें सभी प्रकार की विद्यालयों के लिए वार्षिक और अर्धवार्षिक परीक्षा के औसत अंक के लिए अधिकतम 20 अंक है. मासिक परीक्षा में विद्यार्थियों के औसत अंक के लिए अधिकतम 10 अंक हैं. पिछले तीन माह में छात्रों की औसत उपस्थिति के लिए अधिकतम 10 अंक है, पिछले 3 माह में शिक्षकों की औसत उपस्थिति के लिए अधिकतम 10 अंक हैं. स्वच्छता के विभिन्न श्रेणियां में कुल 15 अंक हैं, जिसमें सबसे अधिक विद्यार्थियों के पर्सनल हाइजीन पर अधिकतम पांच अंक हैं.