बड़ी कामयाबी : लातेहार में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया इनामी नक्सली मनीष यादव, कुंदन खेरवार पकड़ा गया
रांची : लातेहार में पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है. महुआडांड़ थाना क्षेत्र के मेढ़रूआ में रविवार देर रात करीब डेढ़ बजे से दो बजे के बीच पुलिस ने 10 लाख के इनामी नक्सली को गिरफ्तार किया तो वहीं 05 लाख के इनामी नक्सली को ढेर कर दिया.फिलहाल अब भी सर्च ऑपरेशन जारी है.
सीआरपीएफ और एसएसबी के द्वारा पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. वहीं जिले के एसपी सहित पुलिस मुख्यालय इस पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं.
लातेहार में नक्सली और स्प्लीनेटर्स ग्रुप के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है और इस फेहरिस्त में लगातार सफलता भी लातेहार पुलिस और सुरक्षाबलों को मिल रही है.दो दिन पहले 10 लाख के इनामी पप्पू लोहरा और 05 लाख के इनामी प्रभात गंझू को ढेर किए जाने के बाद पुलिस को रविवार देर रात फिर एक सफलता मिली है. माओवादियों के खिलाफ मिली देर रात चले इस ऑपरेशन में मनीष यादव जो 05 लाख का इनामी था उसे मार गिराया गया जबकि 10 लाख का इनामी नक्सली कुंदन खेरवार को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है. वहीं पुलिस कोदो एक्स.95 ऑटोमेटिक राइफल भी बरामद हुई है. जिसका इस्तेमाल ये दोनों कुख्यात नक्सली किया करते थे.
दरअसल लातेहार पुलिस को सूचना मिली थी कि 05 लाख के इनामी नक्सली कमांडर मनीष यादव अपने दस्ते के साथ महुआडांड़ थाना क्षेत्र के दौना और करमखाड़ के बीच जंगल में है. इसके बाद पुलिस टीम गठित की गई और नक्सलियों की घेराबंदी का काम शुरू किया गया. इसी बीच पुलिस और नक्सलियों में मुठभेड़ हुई. इसमें नक्सली कमांडर मनीष यादव को मार गिराया गया जबकि सब जोनल कमांडर और 10 लाख का इनामी कुंदन पुलिस के हत्थे चढ़ा. माओवादी सबजोनल कमांडर कुंदन खेरवार और कमांडर मनीष यादव काफी दुर्दांत थे. हाल के दिनों में दो बड़ी घटनाओं को भी इन्होंने अंजाम दिया था. इसमें आगजनी जैसे वारदात लेवी के लिए अंजाम दिया गया था. घटना से न सिर्फ लातेहार पुलिस बल्कि पुलिस मुख्यालय भी सकते में था. जिसके बाद से ही इन संगठनों के खिलाफ कार्रवाई और ऑपरेशन शुरू हुए. बता दें कि ऑपरेशन बुलबुल और बूढ़ा पहाड़ के सफल ऑपरेशन के बाद नक्सलियों के पांव इलाके से लगभग उखाड़ गए थे. लेकिन इन लोगों के द्वारा फिर एक बार संगठन को नई धार दी जा रही थी. जिसके बाद पुलिस को ये सफलता हाथ लगी है.
वहीं बीते दिनों जेजेएमपी के सुप्रीमो और 10 लाख के इनामी पप्पू लोहारा और उसके सहयोगी 05 लाख के इनमें प्रभात गंझू को भी पुलिस ने ढेर कर दिया था. जिस कारण जेजेएमपी संगठन की कमर टूट गई है. पप्पू लोहरा वर्ष 2017-18 से जेजेएमपी का कमान संभाल रहा थाऔर इसके द्वारा इलाके में आतंक का साम्राज्य खड़ा किया गया था. अत्याधुनिक हथियारों के साथ संगठन लगातार पुलिस के लिए चुनौती का सबबबनहुआथा.
लातेहार से मनोज मेहता और रांची से नैयर की रिपोर्ट--