'आते हो या निकालूं वारंट ' : गिरते पड़ते SP साहब पहुंचे कोर्ट, डेढ़ महीने से थे गायब

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भागलपुर : SP साहब डेढ़ महीने से गायब थे लेकिन जैसे ही कोर्ट ने कड़ा इख़्तेयार करते हुए कहा कि आते हो सामने कि निकाल दूँ वारंट। बस फिर क्या था SP साहब गिरते पड़ते पहुंच गए कोर्ट। मामला बिहार के भागलपुर का बताया जा रहा है जहां कोर्ट ने एक ही अपराध में दो अलग-अलग थानों में दर्ज किये गए केस मामले की सुनवाई के दौरान शोकॉज जारी होने के बाद भी SP को सामने ना पाकर कहा कि आज नहीं आए तो...।

दरअसल नाथनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या-एक पर स्थानीय मोमिन टोला निवासी अल्तमश अंसारी को पांच मई 2021 की रात गोली मारकर जख्मी कर देने मामले में एक ही अपराध में दो केस दर्ज करने मामले में न्यायाधीश की सख्ती बाद सोमवार को जमालपुर रेल एसपी हाजिर हो गए। 16वें अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विश्व विभूति गुप्ता की अदालत में सोमवार को उक्त केस की सुनवाई हो रही थी। सुनवाई के दौरान अभियोजन कार्य में लगाए गए रेल थाने का एक पुलिसकर्मी भी सुनवाई को ध्यान से सुन रहा था।

जज साहब ने अभियोजन पक्ष को कहा कि इस केस में 22 नवंबर 2022 को जमालपुर रेल एसपी को शोकाज किया गया था कि एक ही समव्यवहार के केस में अलग केस दर्ज क्यूं किया गया। अबतक स्पष्टीकरण पर रेल एसपी ने जवाब क्यूं नहीं दिया। आज तो उनके विरुद्ध् वारंट निकाल देने की कार्रवाई कर दूंगा। फिर परेशानी बढ़ जाएगी। फिर क्या जज का इतना कहना था कि दूसरी पाली में जमालपुर रेलएसपी के प्रभार में कटिहार के रेल एसपी डा. संजय भारती गिरते पड़ते उपस्थित हो गए। उनके साथ लोक अभियोजक सत्यारायण प्रसाद साह भी न्यायाधीश के समक्ष थे। विनम्र लहजे में रेल एसपी ने न्यायाधीश के समक्ष दोनों केस मर्ज कराने की बात कही। न्यायाधीश ने रेल एसपी के उपस्थित होने और कारणपृच्छा का जवाब देने के बाद आगे की कार्रवाई रोक दी।

5 मई 2021 की रात नाथनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक पर स्थानीय मोमिन टोला निवासी अल्तमश अंसारी भोजन करने के बाद रात को टहल रहे थे। तब रात के दस बज रहे थे। उस दौरान अल्तमश के पास स्थानीय राघोपुर निवासी सुभाष पांडित उर्फ डोमा ने उनसे मोबाइल देने को कहा। नहीं देने पर नोकझोंक हुई। फिर अल्तमश ने डोमा को लात मार दी, जिसके बाद उन्होंने कमर में खोंस कर रखे पिस्तौल से गोली चला दी।

गोली लगते ही अल्तमश जमीन पर गिर गए थे। वहीं हमलावर डोमा वहां से भाग निकला था। उक्त घटना को लेकर अल्तमश के फर्द बयान पर रेल थाने में छह मई 2021 को केस दर्ज किया गया था। उक्त घटना बाद रेल पुलिस ने स्थानीय मधुसूदनपुर पुलिस के सहयोग से हमलावर डोमा उर्फ सुभाष पंडित को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय आरोपित के पास से घटना में प्रयुक्त पिस्तौल बरामद किया गया था।

इसके बाद रेल पुलिस ने आरोपित के पास से बरामद हथियार मधुसूदनपुर पुलिस को साैंप दी। मधुसूदनपुर पुलिस ने सुभाष पंडित उर्फ डोमा पर आर्म्स एक्ट में एक केस दर्ज कर लिया। एक ही समव्यवहार वाले केस में रेल पुलिस की लापरवाही से दो केस अलग-अलग थाने में दर्ज कर लिया गया, जिस पर आपत्ति जताते हुए 16वें अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विश्व विभूति गुप्ता ने उक्त गलती पर आंख मूंद लेने के लिए जमालपुर रेल एसपी को शोकाज जारी कर दिया था। उन्हें एक सप्ताह के अंदर अपना जवाब देने को कहा था, लेकिन मामले में जवाब नही आया तो सोमवार को सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने तल्ख टिप्पणी करते हुए वारंट निकालने की चेतावनी दी, जिसपर कटिहार से रेल एसपी सुनवाई की दूसरी पाली में कोर्ट पहुंच गए।


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