बिहार में नीतीश कैबिनेट का विस्तार : अब मिशन-40 को मिलेगी रफ्तार, बीजेपी के 12 और जेडीयू के 9 नेताओं ने ली मंत्री पद की शपथ

PATNA : लोकसभा चुनाव की घोषणा से ठीक एक दिन पहले और बिहार में NDA सरकार के गठन के ठीक 46 दिन बाद नीतीश कैबिनेट का विस्तार हुआ है। इस मौके पर बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सभी मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी है। इस मंत्रिमंडल विस्तार में जातीय समीकरणों का पूरा ध्यान रखा गया है. जिसमें 6 सवर्ण, 6 दलित (SC), 4 अति पिछड़ा (OBC), 4 पिछड़ा (BC), 1 मुस्लिम शामिल हैं। अब मुख्यमंत्री समेत सरकार में कुल 30 मंत्री हो गये हैं। आप यहां नीचे नये मंत्रियों की पूरी लिस्ट देख सकते हैं।
रेणु देवी
शपथ लेने वालों में सबसे पहले बीजेपी की तरफ रेणु देवी ने मंत्री पद की शपथ ली। वे बिहार की डिप्टी सीएम रह चुकी हैं और 4 बार बेतिया से चुनाव जीती हैं। वे बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। ये अति पिछड़ा नोनिया समाज से आती हैं। इसके अलावा वह राज्य में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं. वह राज्य में बीजेपी का बड़ा चेहरा मानी जाती हैं।
मंगल पाण्डेय
रेणु देवी के बाद बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता मंगल पाण्डेय ने शपथ ग्रहण किया है। वे हिमाचाल प्रदेश बीजेपी के प्रभारी भी रहे हैं। वे बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं। बिहार बीजेपी के अध्यक्ष भी रहे हैं। बिहार में पहले वे स्वास्थ्य मंत्री रहे हैं। मंगल पांडे बीजेपी का बड़ा सवर्ण चेहरा माने जाते हैं. वह 3 बार एमएलसी रह चुके हैं.
नीरज कुमार बबलू
बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू ने मंत्री पद की शपथ ली है। वे राजपूत समाज से आते हैं। वे छातापुर से विधायक हैं। बैचलर ऑफ एप्लाइड साइंस की डिग्री ली है। पहले की सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री भी रह चुके हैं। वे शपथ ग्रहण के अंत में जय श्रीराम का उद्घोष भी किया।
अशोक चौधरी
अशोक चौधरी ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। ये पहले बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। अब नीतीश कुमार के बेहद करीबी नेताओं में शामिल हैं। इनके पिता महावारी चौधरी भी मंत्री रह चुके हैं। वे पूर्व में भवन निर्माण मंत्री भी थे। इन्होंने कांग्रेस से ही अपनी राजनीति की शुरुआत की थी। वे 2000 में बरबीघा से विधायक बने थे।
लेसी सिंह
जेडीयू विधायक लेसी सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। वे लगातार 5 बार विधानसभा चुनाव जीती हैं। वे धमदाहा सीट से जेडीयू की विधायक हैं। वे 2000 से लगातार विधायक हैं। बिहार महिला आयोग की अध्यक्ष भी रही हैं। खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री भी रही हैं।
मदन सहनी
जेडीयू नेता मदन सहनी ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। वे 2010 में जेडीयू से जुड़े। इन्होंने पंचायत स्तर से अपनी राजनीति शुरू की। इन्होंने स्नातक तक की पढ़ाई की है। वे दरभंगा के बहादुरपुर से विधायक हैं। वे समाज कल्याण मंत्री भी रह चुके हैं।
नीतीश मिश्र
बीजेपी विधायक नीतीश मिश्र ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। ये पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र के पुत्र हैं। वे 2004-15 तक मंत्री रहे। दिल्ली के साथ-साथ विदेशों में भी पढ़ाई की है। ये ग्रामीण विकास मंत्री भी रह चुके हैं। वे झंझारपुर से बीजेपी के विधायक हैं।
नितिन नवीन
नितिन नवीन बीजेपी के बांकीपुर से विधायक हैं। ये बीजेपी नेता नवीन किशोर सिन्हा के पुत्र हैं। वे पहले पथ निर्माण मंत्री भी रह चुके हैं। ये छत्तीसगढ़ बीजेपी के सह प्रभारी थे। भाजयुमो के राष्ट्रीय महासचिव भी रहे हैं। युवाओं में इनकी अच्छी खासी पैठ है।
दिलीप जायसवाल
ये बीजेपी के नेता हैं। इन्होंने भी मंत्री पद की शपथ ली है। बिहार विधानपरिषद के सदस्य हैं। एमबीए, पीचएडी और एमफिल किया है। बिहार बीजेपी के प्रदेश कोषाध्यक्ष रहे हैं। 2 मई 1963 को खगड़िया में जन्मे हैं।
महेश्वर हजारी
ये जेडीयू के नेता हैं और इन्होंने भी मंत्री पद की शपथ ली है। वे समस्तीपुर से सांसद भी रह चुके हैं। इसके साथ बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष भी रहे हैं। पूर्व में भी नीतीश सरकार में मंत्री रहे हैं। फिलहाल कल्याणपुर से जेडीयू के विधायक हैं। इनके पिता भी राजनीति में थे।
शीला मंडल
ये अतिपिछड़ा समाज से आती है। 1996 में LNMU से पीजी की हैं। पूरे परिवार का भी राजनीति से जुड़ाव रहा है। साल 2020 में पहली बार विधायक बनीं। पिछली सरकार में ये परिवहन मंत्री थीं। इन्होंने एकबार फिर मंत्री पद की शपथ ली है।
सुनील कुमार
वरिष्ठ IPS ऑफिसर रह चुके सुनील कुमार ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। बिहार के डीजी पद से रिटायर हुए हैं। वे उत्पाद विभाग के मंत्री भी रहे हैं। वे एनडीए और महागठबंधन की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। वे 2020 में पहली बार विधायक बने।
जनक राम
बीजेपी नेता जनक राम ने मंत्री पद की शपथ ली है। इन्होंने पोस्ट ग्रेजुएट तक की पढ़ाई की है। 2014 में गोपालगंज से सांसद भी चुने गये थे। फिलहाल बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं। ये खान एवं भूविज्ञान मंत्री भी रहे हैं।
हरि सहनी
बीजेपी नेता हरि सहनी ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। ये मछुआरा समाज से आते हैं। इन्होंने पीटी टीचर की नौकरी छोड़ राजनीति में आए थे। LNMU से पीएचडी कर रहे हैं। ये बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं। विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष भी रहे।
कृष्णनंदन पासवान
बीजेपी ने इनपर भरोसा जताया है। इन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है। बड़ी बात ये है कि इनपर कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। ये हरसिद्धि से बीजेपी विधायक हैं। ये 2010 में भी विधायक चुने गये थे।
जयंत राज
जेडीयू के जयंत राज ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। वे बांका के अमरपुर से जेडीयू विधायक हैं। वे ग्रामीण कार्यमंत्री रह चुके हैं। वे पहली बार विधायक बनने के बाद मंत्री बने थे। इनके पिता जनार्दन मांझी भी विधायक थे। इन्होंने भागलपुर से बीबीए की पढ़ाई की है।
जमां खा
ये बीएसपी छोड़कर जेडीयू में आए थे। इन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई की है। ये कैमूर के चैनपुर से विधायक हैं। ये अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रह चुके हैं। ये जेडीयू का बड़ा मुस्लिम चेहरा हैं। ये पिछली सरकार में भी मंत्री थे।
रत्नेश सदा
ये जेडीयू के नेता हैं और एकबार फिर मंत्री पद की शपथ ली है। ये महादलित समाज से आते हैं। इन्होंने संस्कृत में आचार्य की डिग्री ली है। वे महागठबंधन सरकार में मंत्री थे। ये सहरसा के सोनबरसा से जेडीयू के विधायक हैं। इन्होंने रोजी-रोटी के लिए रिक्शा भी चलाया है।
केदार प्रसाद गुप्ता
ये 2022 उपचुनाव में जीते हैं। ये कानू जाति से आते हैं। ये कुढ़नी से बीजेपी के विधायक हैं। ये मनोज कुशवाहा को हराकर जीते हैं। इन्होंने हिन्दी से एमए किया है। केदार प्रसाद गुप्ता ने भी मंत्री पद की शपथ ली है।
सुरेन्द्र मेहता
ये बेगूसराय के बछवाड़ा से बीजेपी विधायक हैं। इन्होंने सीपीआई के अवधेश राय को हराया है। ये 2010 के चुनाव में भी जीते थे। वहीं, 2005 और 2015 के चुनाव में हार मिली थी। इन्होंने भी मंत्री पद की शपथ ली है।
संतोष कुमार सिंह
ये बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं। नीतीश मंत्रिमंडल में ये नये चेहरे हैं। 2022 में MLCका चुनाव जीते। ये रोहतास-कैमूर का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने बीजेपी कोटे से मंत्री पद की शपथ ली है।
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