रांची में जला 5 फीट का 'छोटा रावण' : मोरहाबादी मैदान दूसरे साल भी पड़ा रहा सूना

RANCHI:झारखंड की राजधानी रांची में इस बार भी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण दहन का कार्यक्रम नहीं हुआ।कोरोनाकाल पर सरकार के गाइडलाइन के कारण पर्व त्यौहार मनाने पर काफी तरह के प्रतिबंध लगे हुए है । सभी पर्व सादगी से मनाने का निर्णय लिया गया है और भीड़ इकट्ठा नही करने का निर्देश भी है । इस कारण मोरहाबादी मैदान में विगत दो वर्षों से रावण दहन का भव्य आयोजन नहीं हो पा रहा है। जिसको लेकर राजधानी रांची के लोगों में निराशा है। लेकिन इस निराशा के बीच एक छोटे बच्चे की पहल ने रावण का दहन किया।
बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण दहन नहीं किए जाने राजधानी रांची के लोगों में थोड़ी निराशा तो है लेकिन कहीं ना कहीं कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार के निर्णय को ठीक बता रहे हैं लेकिन साथ में उनका यह भी कहना है कि छोटे पैमाने पर ही सही रावण दहन जरूर किया जाना चाहिए था।
हालांकि राजधानी रांची का नन्हे केशव ने रावण का प्रारूप तैयार कर कोरोनाकाल में घर पर ही रावण दहन की तैयारी की। नन्हे केशव का कहना है की मुझे रावण दहन देखने का बहुत शौक है, जब से मुझे मालूम हुआ कि इस बार भी रावण दहन मेले का आयोजन नही होगा तो मैंने खुद से एक छोटा सा रावण का पुतला बनाने का निर्णय लिया। मैने घर के बगल में एक मूर्तिकार से संपर्क किया और कहा की मेरे लिए एक 5 फ़ीट का रावण बना दे। जिसके बाद केशव और मूर्तिकार ने मिलकर रावण का निर्माण किया।