CM ने स्कूल प्रबंधन समिति के साथ किया सीधा संवाद : राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था सुधारने को लेकर 80 चयनित विद्यालयों में पढ़ाई शुरु करायेगी CBSE पैटर्न पर

RANCHI : बच्चे किसी भी देश के भविष्य होते हैं और भविष्य की नींव शिक्षा पर टिकी होती है. बच्चों को जितनी बेहतर शिक्षा मिलेगी बच्चे उतने ही आदर्श नागरिक बनेंगे और देश उतना ही मजबूत होगा. विकसित होगा. इसी सोच को लेकर राज्य सरकार ने सूबे के नौनिहालों की शिक्षा व्यवस्था सुधारने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्य के विद्यालयों को चरणबद्ध तरीके से उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में परिवर्तित करने की पहल शुरू की है. इसी पहल के तहत पहले चरण में राज्य के सभी जिलों के 80 चयनित विद्यालयों को उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में चयन कर नए सत्र से सीबीएसई पैटर्न पर पढ़ाई लिखाई शुरू करने जा रही है.
आज इसी कड़ी में इन सभी चयनित 80 विद्यालयों के विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री ने सीधा संवाद किया. उत्कृष्ट विद्यालय प्रबंधन समिति कॉन्प्लेक्स में मुख्यमंत्री के साथ हुए संवाद में जहां इस विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों ने इस बदलाव को लेकर अपने अनुभव को शेयर किया. वहीं इन विद्यालयों में बच्चों को पढ़ाने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किए गए शिक्षकों ने भी पढ़ाई लिखाई किस तरीके से होंगे उसको लेकर अपनी बातों को साझा किया.
इस मौके पर राज्य के सभी 80 उत्कृष्ट विद्यालयों के शिक्षक और बच्चों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण में 80 विद्यालय जो इस सत्र से नए रंग रूप और आधारभूत संरचनाओं के साथ-साथ अत्याधुनिक तकनीक की मदद से बच्चे पढ़ाई करेंगे. वहीं इसके अगले चरण में 325 विद्यालय उसके अगले चरण में 4000 पंचायत स्तर तक के विद्यालयों को उत्कृष्ट विद्यालय में बदल दिया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों की शिक्षा को लेकर किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं की जा सकती. आज सरकार सीबीएसई के तर्ज पर इन विद्यालयों में बच्चों की शिक्षा शुरु कर रही है. यहां उन्हें अत्याधुनिक विज्ञान का लाभ के साथ-साथ उनके मानसिक तनाव को दूर करने के लिए हर्ष विहार नामक करिकुलम भी शामिल किया गया है. वहीं इसके लिए शिक्षकों की कमी और जो दूसरे संसाधन है. उनको जल्द पूरा कर लिया जाएगा. वह सारी प्रक्रिया चल रही है.
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने मॉडल विद्यालय के तर्ज पर उत्कृष्ट विद्यालय शुरू किया है. पहले चरण में राज्य के 24 जिलों के चयनित 80 विद्यालय जिसमें सभी जिला स्कूल जिले के एक महिला प्लस टू स्कूल, एक कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय को चुना गया है. दूसरे चरण में प्रखंड स्तर पर चयन किया जाएगा और तीसरे चरण में पंचायत स्तर पर 4036 विद्यालयों का चयन कर उसे इस योजना से जोड़कर बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान की जाएगी .