Bihar News : सीतामढ़ी-जयनगर-निर्मली रेल लाइन से मिथिला के विकास को मिलेगी नई रफ्तार-संजय कुमार झा
पटना: उत्तर बिहार के लोगों को रेलवे एक और बड़ी सौगात देने जा रही है.2400 करोड़ की लागत से बनने वाली सीतामढ़ी-जयनगर-निर्मली रेलवे लाइन परियोजना को केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है.परियोजना में कुल 25 स्टेशन शामिल होंगे.पहले के चार स्टेशनों (सीतामढ़ी,जयनगर,लौकाहा बाजार और निर्मली) के अलावा 21 नए स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा,जिसमें मुख्य रूप से भुटाही,सोनबरसा,सुरसंड,उमगांव,लालमनी और लौकाहीं शामिल हैं.जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने इस परियोजना को मंजूरी मिलने पर खुशी जताई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार व्यक्त किया है.
संजय कुमार झा ने कहा कि इस रेलवे लाइन के बनने से भारत और नेपाल के रिश्ते एवं व्यापार और मजबूत होंगे. हमारा नेपाल के साथ बेटी-रोटी का नाता है और इस लाइन के बनने के बाद चार लोकसभा क्षेत्र–सीतामढ़ी,मधुबनी,झंझारपुर और सुपौल के लोगों के लिए आवागमन की सुविधाएं बेहतर होगी. उन्होंने कहा कि इस परियोजना से मिथिला क्षेत्र के अलावा आसपास के क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को नए पंख लगेंगे.
संजय झा ने बताया कि 189 किमी लंबी इस रेलवे लाइन परियोजना के पूरा होने से प्रमुख जिलों सीतामढ़ी,मधुबनी और सुपौल में व्यापार,पर्यटन और अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी. सुरसंड ट्राइबल एरिया से पूरे भारत-नेपाल बॉर्डर को छूते हुए गुजरने वाली रेलवे लाइन के निर्माण से न केवल आवागमन सुगम होगा,बल्कि व्यापार,पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी अभूतपूर्व गति मिलेगी.
उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में आधारभूत ढांचे के विकास पर विशेष जोर का उल्लेख करते हुए कहा कि यह परियोजना तय समय-सीमा में पूरी होगी. रेल लाइन के निर्माण से स्थानीय बाजार,छोटे-बड़े उद्योगों और मिथिला की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने वाले पर्यटन को नई गति मिलेगी. केंद्र की नरेंद्र मोदी और बिहार की नीतीश कुमार के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार सड़क,रेल और अन्य आधारभूत ढांचे के विकास के लिए लगातार काम कर रही है. यह परियोजना इसका एक बड़ा उदाहरण है. इसके पूरा होने से मिथिला क्षेत्र आर्थिक और सामाजिक रूप से समृद्ध होगा.
परियोजन के मुख्य आकर्षण
सुरसंड ट्राइबल एरिया से होते हुए पूरे भारत-नेपाल बॉर्डर को कवर करेगी.
रेलवे लाइन की कुल लंबाई 189 किलोमीटर होगी.
21 नए रेलवे स्टेशनों का निर्माण,जिसमें भुटाही,सोनबरसा,सुरसंड,उमगांव,लालमनी और लौकाहीं शामिल.
सीतामढ़ी,जयनगर,लौकाहां बाजार और निर्मली स्टेशन भी परियोजना का हिस्सा.
सीतामढ़ी,मधुबनी,झंझारपुर और सुपौल लोकसभा क्षेत्र की आबादी को बड़ी सौगात.
सीतामढ़ी, मधुबनी और सुपौल जिला के लोगों को आसान आवागमनकीसुविधा.