Bihar News : बिहार में फ्री राशन, पेंशन और छात्रवृत्ति योजनाओं से लाभान्वित होंगे लाखों लोग, 3 अक्टूबर को महिलाओं को मिलेगी दूसरी किस्त
पटना: भाजपा प्रदेश महामंत्री लाजवंती झा एवं प्रदेश उपाध्यक्ष अमृत राठौर ने भाजपा प्रदेश कार्यालय पटना में प्रेस वार्ता किया. प्रेस वार्ता में दोनों नेताओं ने सरकार के बेहतर काम को गिनाया.
भाजपा नेताओं ने कहा राज्य सरकार आम आदमी और गरीब तबकों के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है. अब राज्य में फ्री राशन योजना के तहत 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल दिया जाएगा.
पहले केवल 10 किलो गेहूं और 10 किलो चावल लोगों को मिलता था. वहीं वृद्धा पेंशन योजना की राशि बढ़ाकर 1,000 रुपये प्रति माह कर दी गई है और विधवा पेंशन योजना की राशि 600 रुपये से बढ़ाकर 1,000 रुपये कर दी गई है. आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय भी 1,000 रुपये बढ़ाकर 3,000 रुपये मासिक कर दिया गया है.
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत लाभ की राशि 25,000 रुपये कर दी गई है.
मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना में 10वीं उत्तीर्ण करने वाली छात्राओं को 10,000 रुपये और 12वीं उत्तीर्ण करने वाली छात्राओं को 25,000 रुपये की छात्रवृत्ति दी जाएगी.
जिन महिलाओं को पहले किश्त नहीं पहुंच सकी है, उन्हें 3 अक्टूबर को दूसरी किश्त का भुगतान किया जाएगा.
मुख्यमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत अब तक 44 लाख 10 हजार से अधिक लाभार्थियों को 10.65 लाख रुपये की राशि वितरित की गई है. वहीं मुख्यमंत्री सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में 1.14 करोड़ लाभार्थी शामिल हैं.
बिहार स्टार्टअप नीति के तहत अब तक 1,522 स्टार्टअप पंजीकृत किए जा चुके हैं, जिनमें 225 महिला उद्यमी भी शामिल हैं.
सरकार के इन कदमों से आमजन को सीधी राहत मिलने के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण कोबढ़ावामिलेगा.
भाजपा नेताओं ने कांग्रेस और लालू राज पर भी कसा तंज
सत्ताधारी दल के नेताओं ने याद दिलाया कि राजद के शासनकाल यानी नव्वे के दशक में किस तरह बिहार में महिलाओं के साथ विभत्स घटनाएं होती थी. उस दौर को जंगलराज कहकर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उस समय न तो महिलाओं की सुरक्षा थी, न सम्मान. प्रियंका गांधी और राजद नेतृत्व पर हमला बोलते हुए नेताओं ने चम्पा विश्वास शिल्पी जैन जैसे मामलों को याद दिलाया और कहा कि उस कालखंड में महिला सम्मान की स्थिति अत्यंत दयनीय थी.
आज की सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है. योजनाओं और नीतियों के जरिए न केवल सामाजिक सुरक्षा का दायरा बढ़ाया जा रहा है, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की ठोस पहल भीकीजारहीहै.
पटना से अंकिता की रिपोर्ट--