BIHAR POLITICS : संजय सरावगी का बड़ा हमला, वोटर अधिकार यात्रा नहीं...उम्मीदवार चयन की लड़ाई है

PATNA : बिहार सरकार में मंत्री संजय सरावगी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जिस यात्रा को 'वोटर अधिकार यात्रा' कहा जा रहा है, वह असल में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार चयन की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव चाहते हैं कि उन्हें महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया जाए ताकि वे उसी प्रचार में लग जाएं। संजय सरावगी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि कल तक तेजस्वी राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बना रहे थे और आज वही यात्रा को नेता बनने की दौड़ बना चुके हैं।
सरावगी ने रोहतास की घटना का ज़िक्र करते हुए कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने जिस रेणु देवी को मंच पर लाकर दावा किया कि उनके पूरे परिवार का नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया है, वह आरोप 24 घंटे के भीतर ही झूठा साबित हो गया। उन्होंने कहा एक भी व्यक्ति का नाम नहीं काटा गया है, राहुल गांधी को इस झूठ के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। सरावगी ने कहा कि कांग्रेस और राजद का इतिहास बूथ कैप्चरिंग और बैलेट पेपर लूटने का रहा है। उन्होंने कहा कीर्ति आजाद स्वयं मीडिया में स्वीकार चुके हैं कि वे बूथ कैप्चरिंग कर चुनाव जीतते थे, यही वह विरासत है जिससे राहुल गांधी आते हैं।
उन्होंने विपक्ष की यात्रा के दौरान हुई घटनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि एक जगह एक पुलिसकर्मी पर गाड़ी चढ़ गई और दूसरी जगह नबीनगर में पुलिसकर्मी से मारपीट की गई, लेकिन विपक्ष के किसी नेता ने उनके स्वास्थ्य की खबर तक नहीं ली। मंत्री सरावगी ने व्यंग्य करते हुए कहा विपक्ष को लगता है कि उनकी यात्रा में जो भीड़ जुट रही है, वे सभी उनके वोटर हैं जबकि सर्कस में भी लोग जोकर को देखने जाते हैं इसका यह मतलब नहीं कि वे उसे अपना नेता मानते हैं।
संजय सरावगी ने कहा कि लालू यादव ने बाबा साहब अंबेडकर का अपमान किया, फिर भी उनके दल संविधान बचाने की बात करते हैं। उन्होंने राजद पर पशुपालन घोटाले और चारा घोटाले का भी ज़िक्र किया। सरावगी ने कहा कि विपक्ष चुनाव आयोग जैसे संवैधानिक संस्थानों पर सवाल उठा रहा है, जबकि खुद बांग्लादेशी और रोहिंग्या वोटरों के ज़रिए चुनाव जीतने का इतिहास रखते हैं। उन्होंने कहा इनकी आदत रही है जब जीतें तो ठीक, हारें तो ईवीएम पर आरोप लगाएं। अंत में सरावगी ने विपक्ष की यात्रा को पूरी तरह से फर्जी करार देते हुए कहा यह यात्रा वोटर अधिकार की नहीं, बल्कि फर्जी वोटरों को बचाने की यात्रा है। उन्हें मालूम है कि नवंबर के बाद उनकी क्या हालत होने वाली है, इसीलिए पहले से ही बहाने बनाए जा रहे हैं।