BIHAR POLITICS : 24 घंटे में अपने बयान पर सफाई देते नजर आए अब्दुल बारी सिद्दीकी, बोले- बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया

DARBHANGA : राजद के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। सोशलिज्म, सेकुलरिज्म, संविधान और पुरखों के इतिहास को लेकर हिंदुओं को समझाने की बात कहने पर उठे सियासी तूफान के बीच अब सिद्दीकी सफाई देते नजर आए हैं। मीडिया से बात करते हुए सिद्दीकी ने कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया है। उन्होंने दावा किया कि उनका मकसद किसी धर्म या समुदाय की भावनाएं आहत करना नहीं था, बल्कि वे यह बताना चाह रहे थे कि सभी धर्मों को इन मूल्यों को समझने की जरूरत है।
सिद्दीकी ने अपने बयान को संशोधित करते हुए कहा देश में बाकी धर्म अल्पसंख्यक हैं और हिंदू बहुसंख्यक हैं, इसलिए मैंने हिंदुओं का उदाहरण दिया। हालांकि सफाई देने के क्रम में उन्होंने एक और विवाद को जन्म दे दिया, उन्होंने कहा कि हिंदुओं को उन्मादी बनाया जा रहा है और इसके लिए उन्होंने एक विशेष हिंदू संगठन और राजनीतिक पार्टी को जिम्मेदार ठहराया।
इस बयान के बाद सियासी गलियारों में यह सवाल फिर उठ खड़ा हुआ है कि क्या समाज में सिर्फ हिंदू ही उन्मादी हैं? क्योंकि अपनी सफाई में सिद्दीकी ने यह नहीं कहा कि हर धर्म में कुछ लोग उन्मादी हो सकते हैं बल्कि उन्होंने एक बार फिर केवल हिंदू समुदाय का ज़िक्र किया। सिद्दीकी के इस बयान को लेकर विपक्ष हमलावर है। भाजपा नेताओं ने सवाल उठाते हुए कहा कि राजद नेता की मंशा साफ है और बार-बार सफाई के बावजूद वे एक ही समुदाय को निशाना बना रहे हैं। वहीं राजद की ओर से अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।