80 CM स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के प्राचार्य का कार्यशाला : प्राचार्यों को CBSE के तहत मानक प्रक्रिया पर दिया जा रहा विशेष प्रशिक्षण

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80 cm school of excellence ke pracharya ka kaaryashala

रांची : डॉ. एस राधाकृष्णन सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स, रांची एवं झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् (जे.ई.पी.सी.) के तत्वावधान में राज्य के 80 सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं प्रति विद्यालय एक शिक्षक के लिए 15 एवं 16 सितंबर 2023 को ओरिएंटेशन एवं ट्रेनिंग कार्यशाला का डीपीएस रांची में आयोजन किया जा रहा है. कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों के प्राचार्यों को सीबीएसई के अंतर्गत संचालन की मानक प्रक्रिया पर विशेष प्रशिक्षण एवं उन्मुखीकरण देना है ताकि 80 सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस विद्यालयों के संचालन की व्यवस्था को केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा निर्धारित तय मानकों के अनुरूप किया जा सके.


डीपीएस स्कूल के प्राचार्य ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि आज 80 उत्कृष्ट विद्यालय के 165 डेलिगेट्स शामिल हुए हैं और यह सरकार का सार्थक प्रयास है. किस तरीके से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के साथ शिक्षकों का समन्वय स्थापित हो सके सरकार द्वारा 80 उत्कृष्ट विद्यालयों को सीबीएसई द्वारा मान्यता ली गई है.


इस कार्यशाला की अध्यक्षता डीपीएस के प्राचार्य डॉ. राम सिंह और सहोदय स्कूल कम्प्लेक्स, रांची के अध्यक्ष द्वारा की गयी एवं इसका संचालन पी.एस.कालरा, प्राचार्य, विकास विद्यालय एवं सचिव, डॉ. एस राधाकृष्णन सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स, रांची के द्वारा किया गया.

कार्यशाला में के रवि कुमार,सचिव,स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग,झारखंड सरकार एवं झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् की राज्य परियोजना निदेशक, किरण कुमारी पासी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रही एवं झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् के प्रशासी पदाधिकारी जयंत कुमार मिश्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल रहे. इस दो दिवसीय कार्यशाला में डॉ. एस राधाकृष्णन सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स,राँची में शामिल विद्यालयों के प्राचार्यों द्वारा सीबीएसई विद्यालयों के संचालन से संबंधित महत्वपूर्ण सूचनाओं को साझा किया गया एवं इसी विषय से संबंधित आगे भी प्रशिक्षण दिया जाएगा.

इस कार्यशाला में विद्यालयों के प्राचार्यों की जिम्मेदारियों,कौशल विकास,डेवलपिंग कम्पेटेन्सीज़,पेडगोजिकल प्लानिंग आदि जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा एवं इस कार्यशाला में शामिल प्रतिभागियों को विद्यालयों की विभिन्न कार्यनीतियों एवं गतिविधियों से भी अवगत कराया गया.